ख़याल जिस का था मुझे ख़याल में मिला मुझे
सवाल का जवाब भी सवाल में मिला मुझे
- मुनीर नियाज़ी
तिरे ख़याल में मैं हूँ मिरे ख़याल में तू
मिरे बग़ैर तिरी दास्ताँ रहे न रहे
- अबु मोहम्मद वासिल बहराईची
मिरा ख़याल तिरी चुप्पियों को आता है
तिरा ख़याल मिरी हिचकियों को आता है
- कुमार विश्वास
ले उड़ा फिर कोई ख़याल हमें
साक़िया साक़िया सँभाल हमें
- अहमद फ़राज़
ये ख़याल था कभी ख़्वाब में तुझे देखते
कभी ज़िंदगी की किताब में तुझे देखते
- तारिक़ नईम
देखा हिलाल-ए-ईद तो आया तेरा ख़याल
वो आसमाँ का चाँद है तू मेरा चाँद है
- अज्ञात
दिल को आने लगा बसने का ख़याल
आग जब घर को लगा दी हम ने
- बाक़ी सिद्दीक़ी
इसी ख़याल से पलकों पे रुक गए आँसू
तिरी निगाह को शायद सुबूत-ए-ग़म न मिले
- वसीम बरेलवी
हर घड़ी तेरा तसव्वुर हर नफ़स तेरा ख़याल
इस तरह तो और भी तेरी कमी बढ़ जाएगी
- भारत भूषण पन्त
फ़िक्रों को चीरते हुए तेरे ख़याल ने
टूटे हुए बदन में नया दिल लगा दिया
- महमूद इश्क़ी
मिरा ख़याल नहीं है तो और क्या होगा
गुज़र गया तिरे माथे से जो शिकन की तरह
- कमाल अहमद सिद्दीक़ी
तेरे ख़याल के दीवार-ओ-दर बनाते हैं
हम अपने घर में भी तेरा ही घर बनाते हैं
- जमीलुद्दीन आली
साभार - रेख़्ता
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1 year ago
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