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आज का शब्द : लिपि और प्रतिमा त्रिपाठी की कविता- आँखों की उदास भाषा

आज का शब्द
                
                                                                                 
                            'हिंदी हैं हम' शब्द श्रृंखला में आज का शब्द है- लिपि, जिसका अर्थ है- अक्षरों या वर्णों के चिन्ह, किसी भाषा के वर्ण या अक्षर लिखने की विशिष्ट प्रणाली, जैसे- देवनागरी लिपि, फारसी लिपि, ब्राह्मी लिपि आदि। प्रस्तुत है प्रतिमा त्रिपाठी की कविता- आँखों की उदास भाषा
                                                                                                


आँखों की उदास भाषा मे उसने कहा- प्रेम है
जबकि लिपि कहती रही आकर्षण है,
माना नहीं वो, उसने लिपि में बदलाव किया ऐसे
जैसे बदलता है हर कोस पे पानी और बोली।

आँखों की भाषा में उदासी इतनी बढ़ती गई कि
वो पिघलकर सामने वाले की आँखों मे भी उतर आई
ऐसे, जैसे कोई छूत की भयानक बीमारी हो।
अब लिपियाँ ऐसी दिखने लगीं जैसे अनपढ़ को अक्षर
दिल-ओ-जान से मान लिया गया कि
हाँ! प्रेम है, प्रेम है, प्रेम ही तो है।
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4 months ago

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