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'दीपावली' पर ये हैं 20 चुनिंदा शेर....

'दीपावली' पर ये हैं 20 चुनिंदा शेर....
                
                                                                                 
                            दीपावली उम्मीद का उत्सव है। सबके जीवन में उजाले की उम्मीद। ऐसा शायद ही कोई शायर होगा जिसने चराग़-या रौशनी पर दो-चार शेर न कहें हों। पेश है दिवाली पर शायरों के कलाम- 
                                                                                                


हस्ती का नज़ारा क्या कहिए मरता है कोई जीता है कोई
जैसे कि दिवाली हो कि दिया जलता जाए बुझता जाए
- नुशूर वाहिदी

चाँद भी हैरान दरिया भी परेशानी में है 
अक्स किस का है कि इतनी रौशनी पानी में है 
- फ़रहत एहसास
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4 वर्ष पहले

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