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तूती-ए-हिंद अमीर खुसरो के ये हैं 10 बड़े सूफी दोहे...

अमीर खुसरो
                
                                                         
                            अमीर खुसरो ने हिंदुस्तान की संस्कृति को काफी करीब से समझा है। उनकी साझी सांस्कृतिक समझ को देखते हुए उन्हें तूती-ए-हिंद कहा जाता है। खुसरों के काव्य सूफियों का स्पष्ट प्रभाव है। उर्दू में ईश की वंदना का सबसे मुलायमी एहसास सूफी साहित्य में है। अमीर खुसरो ने देश, काल, वातावरण को करीब से महसूस किया है। मनुष्य स्वभाव और भाव के कुशल चितेरे खुसरो के काव्य में जीवन दर्शन भी समाया हुआ है। खुसरो ने अपने काव्य में दर्शन को सूफियाना अंदाज में पेश किया है। हम यहां अपने पाठकों के लिए खुसरों के दस बड़े सूफी दोहे पेश कर रहे हैं। 
                                                                 
                            

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खुसरो बाजी प्रेम की मैं खेलूं पी के संग...

5 वर्ष पहले

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