काव्य के विशेष कार्यक्रम 'शख़्सियत' में इस बार मेहमान होंगी कलम के ज़रिए इबारतें लिखने वाली ममता कालिया। ममता कालिया का गद्य की हर विधा में एक सार्थक हस्तक्षेप है। उनकी कहानियां तो सामाजिक-विमर्श करती ही हैं उनके निबंध में भी गंभीर चिंतन है।...और पढ़ें
जिनकी आवाज़ से फूल खिलते हैं, सुबह होती है और शाम अपना रंग बदलती है, जो अपनी आवाज़ को अपने पीर, अपने बुज़ुर्गों की इबादत का सिला मानते हैं, रामपुर सहसवान घराने के रोशन फ़नकार-उस्ताद राशिद ख़ान।
उत्तर प्रदेश के बदायूं में जन्मे राशिद ख़...और पढ़ें
जहां से तालीम ली उस घराने के रंग कैसे हैं?...और पढ़ें
जानें उस्ताद मुराद अली के जीवन से जुड़े अनूठे किस्से?...और पढ़ें
सुनें, पण्डित रविशंकर और ज़ाकिर हुसैन से जुड़े अहम किस्से?...और पढ़ें
उस्ताद मुराद अली से जानें कि एक कलाकार कैसे बड़ा बनता है?...और पढ़ें
सारंगी को लेकर क्या प्रयोग किए जा सकते हैं, जानें उस्ताद मुराद अली से?...और पढ़ें
जानें कैसे संगीत और सारंगी की जड़ों से जुड़े हैं मुराद अली?...और पढ़ें
आज की पीढ़ी सारंगी से कैसे जुड़ सकती है?...और पढ़ें