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नोबल पुरस्कार विजेता जर्मन कवि हरमन हेस की कविता- सुख

खुशी
                
                                                                                 
                            हरमन हेस (Hermann Hesse) एक जर्मन उपन्यासकार, कहानीकार और कवि थे। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित जर्मन साहित्यकार हरमन हेस मुख्य रूप से अपने तीन उपन्यासों सिद्धार्थ, स्टेपेनवौल्फ़ और मागिस्टर लुडी के लिए जाने जाते हैं। उन्होनें कविताएं भी लिखीं और पेंटिंग्स भी बनाईं है। उन्हें 1946 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिया गया। 
                                                                                                


जब तक तुम सुख के पीछे भागते हो,
परिपक्व नहीं हो तुम सुखी होने के लिए
इतने भी नहीं कि वह तुम्हें रास्ते में मिले।  आगे पढ़ें

1 month ago

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😊अति सुंदर 😎बहुत खूब 👌अति उत्तम भाव 👍बहुत बढ़िया.. 🤩लाजवाब 🤩बेहतरीन 🙌क्या खूब कहा 😔बहुत मार्मिक 😀वाह! वाह! क्या बात है! 🤗शानदार 👌गजब 🙏छा गये आप 👏तालियां ✌शाबाश 😍जबरदस्त
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