दीप के जलने से, उजाला है।
आग पर तप रहा,निवाला है
अगन लगाकर, वह चला गया
रोटी कोई,और सेकने वाला है।
बढ़ गए फ़ासले दरो-दीवार के
मकां आजकल ढहने वाला है।
भूल-भुलैया में,भटक गए लोग
भा...और पढ़ें
चांद क्यूं अब्र की उस मैली सी गठरी में छुपा था
उस के छुपते ही अंधेरों के निकल आए थे नाख़ुन
और जंगल से गुज़रते हुए मासूम मुसाफ़िर
अपने चेहरों को खरोंचों से बचाने के लिए चीख़ पड़े थे
चांद क्यूं अब्र की उस मैली सी गठर...और पढ़ें
कोई फ़रियाद तिरे दिल में दबी हो जैसे
तू ने आँखों से कोई बात कही हो जैसे
जागते जागते इक उम्र कटी हो जैसे
जान बाक़ी है मगर साँस रुकी हो जैसे
हर मुलाक़ात पे महसूस यही होता है
मुझ से कुछ तेरी नज़र प...और पढ़ें
उल्टी हो गईं सब तदबीरें कुछ न दवा ने काम किया
देखा इस बीमारी-ए-दिल ने आख़िर काम तमाम किया
अहद-ए-जवानी रो रो काटा पीरी में लीं आँखें मूँद
या'नी रात बहुत थे जागे सुब्ह हुई आराम किया
हर्फ़ नहीं जाँ-बख़...और पढ़ें
विश्वास करना चाहता हूँ कि
जब प्रेम में अपनी पराजय पर
कविता के निपट एकांत में विलाप करता हूँ
तो किसी वृक्ष पर नए उगे किसलयों में सिहरन होती है
बुरा लगता है किसी चिड़िया को दृश्य का फिर भी इतना हरा-भरा होना
किसी नक्षत...और पढ़ें
दोस्ती का चलन रहा ही नहीं
अब ज़माने की वो हवा ही नहीं
सच तो ये है सनम-कदे वालो
दिल ख़ुदा ने तुम्हें दिया ही नहीं
पलट आने से हो गया साबित
नामा-बर तू वहाँ गया ही नहीं
हाल ये है कि...और पढ़ें
वो तो ख़ुश-बू है हवाओं में बिखर जाएगा
मसअला फूल का है फूल किधर जाएगा
हम तो समझे थे कि इक ज़ख़्म है भर जाएगा
क्या ख़बर थी कि रग-ए-जाँ में उतर जाएगा
वो हवाओं की तरह ख़ाना-ब-जाँ फिरता है
एक झोंका ह...और पढ़ें
सर्दी के दिनों में जो प्रेम शुरू हुआ
वह बहुत सारे कपड़े पहने हुए था
उसे बार-बार बर्फ़ में रास्ता बनाना पड़ता था
और आग उसे अपनी ओर खींचती रहती थी
जब बर्फ़ पिघलना शुरू हुई तो वह पानी की तरह
हल्की चमक लिए हुए कुछ...और पढ़ें
दूर-दूर तक
सोई पड़ी थीं पहाड़ियाँ
अचानक टीले करवट बदलने लगे
जैसे नींद में उठ चलने लगे ।
एक अदृश्य विराट हाथ बादलों-सा बढ़ा
पत्थरों को निचोड़ने लगा
निर्झर फूट पड़े
फिर घूमकर सब कुछ रेगिस्तान में...और पढ़ें
चले तो कट ही जाएगा सफ़र आहिस्ता आहिस्ता
हम उस के पास जाते हैं मगर आहिस्ता आहिस्ता
अभी तारों से खेलो चाँद की किरनों से इठलाओ
मिलेगी उस के चेहरे की सहर आहिस्ता आहिस्ता
दरीचों को तो देखो चिलमनों के राज़ तो...और पढ़ें