न्यूज डेस्क,अमर उजाला,वाराणसी
Published by: utpal utpal
Updated Mon, 24 Dec 2018 10:40 AM IST
जंघई से गौरीगंज रेलवे स्टेशन के बीच दौड़ी इलेक्ट्रिक ट्रेन
- फोटो : अमर उजाला
जंघई रेलवे स्टेशन से प्रतापगढ़ अमेठी होते हुए गौरीगंज तक लोको पायलट इलेक्ट्रिक इंजन दौडाया गया। इसके पहले भी पिछले शनिवार को प्रतापगढ तक इंजन दौडाया गया था। रविवार को शाम पांच बजे लोको पायलट द्वारा इलेक्ट्रिक इंजन को गौरीगंज तक 100 किमी की रप्तार से सफलता पूर्वक दौडाया गया।
अब यह माना जा रहा है कि जनवरी माह तक इस रुट पर इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़नी शुरु हो जायेंगी। जिससे लम्बी दूरी की यात्रा कर रही ट्रेनों की रप्तार भी बढ़ेगी। साथ ही डीजल की खपत मे कमी आएगी। इन स्टेशनों के बीच कई वर्ष से इलेक्ट्रिक रेल लाइन का ओएचई तार विछाने का काम चल रहा था।
वाराणसी-प्रतापगढ रेलवे रुट पर स्थित जंघई रेलवे स्टेशन से प्रतापगढ अमेठी होते हुए गौरीगंज, उतरेठिया स्टेशन के बीच इलेक्ट्रिक लाईन पर तार लगनो छाने का काम दो साल पहले लगभग 300 करोड़ के बजट से शुरु हुआ था। इस काम को रेल विकास निगम लिमिटेड के माध्यम से केईसी कम्पनी द्वारा कराया जा रहा था।
जिसमे दो फेज बनाये गये थे पहला फेस जंघई से गौरीगंज दुसरा फेस गौरीगंज से उतरेठिया स्टेशन तक बनाया गया था इसके तहत तेजी से ओएचई तार फैलाने का काम चल रहा था पिछले शनिवार को जंघई रेलवे स्टेशन से प्रतापगढ़ स्टेशन तक रेल विकास निगम लिमिटेड के अधिकारियो की मौजुदगी मे ट्रायल ट्रेन चलाई गई। रविवार को पुन जंघई से शाम साढे पांच बजे लोको पायलट ट्रेन रवाना किया गया।