एप डाउनलोड करें

Solan News: बद्दी-चंडीगढ़ रेल लाइन का पांच गांव के लोगों ने रुकवाया काम, जानें वजह

संवाद न्यूज एजेंसी, बरोटीवाला (सोलन) Published by: Krishan Singh Updated Mon, 27 Mar 2023 10:32 PM IST
विज्ञापन

सार

औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में रेलवे लाइन के लिए अधिग्रहण की गई भूमि के मामले में सोमवार को सैंडोली में चल रहे रेलवे कार्य को ग्रामीणों ने रुकवा दिया। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उन्हें पूरा मुआवजा नहीं मिलता तब तक वह रेलवे के काम को आगे नहीं बढ़ने देंगे। 
ग्रामीणों ने रेलवे के खिलाफ नारेबाजी की। - फोटो : संवाद
विज्ञापन

विस्तार

हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में रेलवे लाइन के लिए अधिग्रहण की गई भूमि के मामले में सोमवार को सैंडोली में चल रहे रेलवे कार्य को ग्रामीणों ने रुकवा दिया। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उन्हें पूरा मुआवजा नहीं मिलता तब तक वह रेलवे के काम को आगे नहीं बढ़ने देंगे। नंबरदार चरणदास, पूर्व प्रधान रामेश्वर दास, लाभ सिंह, गुरचरण सिंह, कालू राम, गुरदयाल सिंह समेत कई ग्रामीण रेलवे लाइन के समीप एकत्रित हुए और केंद्र सरकार और रेलवे के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हरिपुर संडोली, खंडोली, बिलांवाली गुज्जरा, बद्दी, केंदूवाला, कल्याणपुर चक्क जंगी, शीतलपुर व लंडेवाल गांव की भूमि का रेलवे लाइन के लिए अधिग्रहण किया गया था पर हरिपुर सैंडोली, तलाब वाली सैंडोली, निचली सैंडोली, केंदूवाला व कल्याणपुर गांव के ग्रामीणों के साथ पूर्व की भाजपा सरकार में सौतेला व्यवहार किया गया है। Trending Videos

उनका आरोप है कि पिछली सरकार ने अधिग्रहण करने से पहले यह वादा किया था कि सभी को एक जैसा मुआवजा दिया जाएगा पर जब मुआवजा देने की बात आई तो उनकी जमीनों के साथ लगती जमीनों के रेट लगभग 81 लाख रुपये बीघा के आसपास दिए गए जबकि उनके पांच गांव को सात लाख के हिसाब से मुआवजा दिया गया, जोकि पिछली सरकार और सरकार में रहे अधिकारियों की मिलीभगत के चलते हुआ है। उनकी रेलवे में 360 बीघा जमीन आई है। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक उनकी जमीनों का उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिलता तब तक वह रेलवे लाइन का काम चलने नहीं देंगे और शांति पूर्वक धरना देते रहेंगे। वहीं कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे। अगर फिर भी उनके साथ इंसाफ नहीं होता है तो वह भूख हड़ताल पर भी बैठेंगे। कहा कि जो भूमि रेलवे के लिए उनसे ली गई है व सारी भूमि उपजाऊ है।


लगातार हो रहे निर्माण के चलते उसके साथ लगती उनकी उपजाऊ जमीनों की इस बार की गेहूं की फसल धूल-मिट्टी के कारण लगभग 100 मीटर के दायरे में बुरी तरह से प्रभावित भी हो रही है। सभी ग्रामीणों ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार से आग्रह किया है कि उनकी जमीनों का पूरा मुआवजा मिलने तक रेलवे के निर्माण कार्य को रुकवाया जाए और धूल-मिट्टी के कारण खराब हुई फसलों का मुआवजा भी दिलवाया जाए। नहीं तो मजबूरन ग्रामीणों को जन आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उधर, इस बारे में उपमंडलाधिकारी नालागढ़ दिव्यांशु सिंगल ने कहा कि धरना प्रदर्शन का उन्हें पता चला। प्रभावितों से आग्रह है कि वह काम न रोकें और मुझसे आकर मिलें। उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
 
विज्ञापन
Show comments
विज्ञापन
विज्ञापन
Next
एप में पढ़ें
Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।