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आसियान देशों के बीच अब भारत का कद तेजी से बढ़ रहा है। सिंगापुर के यूसुफ इशाक इंस्टीट्यूट की सर्वे एजेंसी आईएसईएसए ने हाल में आसियान देशों में एक सर्वेक्षण किया। इसमें इन देशों के लोगों में चीन के बजाय भारत के साथ जाने वाले लोगों की संख्या में बड़ा उभार आया है।
यूरेशियन टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के प्रति मोह भंग होने के पीछे अमेरिका के साथ बढ़ता तनाव बड़ी वजह है। बीते वर्ष की तुलना में आसियान देशों में भारत की स्वीकृति में 50% से ज्यादा की वृद्धि हुई है। पिछले वर्ष तक इन देशों में भारत की अप्रूवल रेटिंग 5.1 थी, जो अब 11.3 हो गई है। छह देशों की सूची में से ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन व दक्षिण कोरिया के बाद भारत तीसरे स्थान पर है। भारत को यह रेटिंग इस तथ्य के बाद मिली है कि भारत ने रूस के साथ तटस्थ संबंध बनाए रखे हैं। सर्वे से पता चलता है, आसियान में चीन की लोकप्रियता में कमी आई है। 2022 में इन देशों के 76.7% लोग दक्षिण पूर्व एशिया में चीन को सबसे प्रभावशाली आर्थिक शक्ति मानते थे, जबकि 2023 में ऐसे लोगों की संख्या घटकर 59.9% रह गई है।