वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वाशिंगटन
Updated Thu, 14 Nov 2019 08:16 AM IST
भारत और अमेरिका के बीच 18 दिसंबर को दूसरी टू प्लस टू वार्ता होगी। एक वरिष्ठ भारतीय अधिकारी ने कहा, 'यह बातचीत दिसंबर महीने के बीच में होगी।' अधिकारी ने यह भी कहा कि अमेरिका और भारत के विदेश और रक्षा मंत्री दोनों राष्ट्रों के रणनीतिक और सुरक्षा हितों पर चर्चा करने के लिए मिलेंगे।
अधिकारी ने कहा कि हालांकि बातचीत के विवरण को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है और इस पर काम किया जा रहा है। दोनों देशों के बीच पहली टू प्लस टू वार्ता नई दिल्ली में सितंबर 2018 में हुई थी। जिसमें क्षेत्रीय समुद्री विवादों के शांतिपूर्ण समाधान को बनाए रखने, बाजार आधारित अर्थशास्त्र को बढ़ावा देने, सुशासन, मौलिक अधिकारों और स्वतंत्रता का समर्थन करने और बाहरी आर्थिक दबाव को रोकने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया गया था।
तब बातचीत अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो, विदेश मंत्री जेम्स मैटिस और भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के बीच हुई थी। अमेरिकी दूतावास ने एक बयान में कहा कि भारत और अमेरिका के बीच टू प्लस टू संवाद भारत-अमेरिका के लिए सकारात्मक, दूरदर्शिता प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा साझा प्रतिबद्धता के प्रतिबिंब के रूप में शुरू की गई थी।
भारत और अमेरिका के बीच 18 दिसंबर को दूसरी टू प्लस टू वार्ता होगी। एक वरिष्ठ भारतीय अधिकारी ने कहा, 'यह बातचीत दिसंबर महीने के बीच में होगी।' अधिकारी ने यह भी कहा कि अमेरिका और भारत के विदेश और रक्षा मंत्री दोनों राष्ट्रों के रणनीतिक और सुरक्षा हितों पर चर्चा करने के लिए मिलेंगे।
अधिकारी ने कहा कि हालांकि बातचीत के विवरण को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है और इस पर काम किया जा रहा है। दोनों देशों के बीच पहली टू प्लस टू वार्ता नई दिल्ली में सितंबर 2018 में हुई थी। जिसमें क्षेत्रीय समुद्री विवादों के शांतिपूर्ण समाधान को बनाए रखने, बाजार आधारित अर्थशास्त्र को बढ़ावा देने, सुशासन, मौलिक अधिकारों और स्वतंत्रता का समर्थन करने और बाहरी आर्थिक दबाव को रोकने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया गया था।
तब बातचीत अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो, विदेश मंत्री जेम्स मैटिस और भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के बीच हुई थी। अमेरिकी दूतावास ने एक बयान में कहा कि भारत और अमेरिका के बीच टू प्लस टू संवाद भारत-अमेरिका के लिए सकारात्मक, दूरदर्शिता प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा साझा प्रतिबद्धता के प्रतिबिंब के रूप में शुरू की गई थी।