रूस-यूक्रेन युद्ध के तीन महीने पूरे होने में अब मात्र तीन दिन रह गए हैं। इतने लंबे समय के संघर्ष के बावजूद दोनों देशों में कोई भी झुकने के लिए तैयार नहीं है। हालांकि, इस युद्ध में यूक्रेन को काफी नुकसान पहुंचा है। रूसी सेना ने यूक्रेन के पूर्वी हिस्से को बड़े पैमाने पर घेर लिया गया है औक एक-एक कर कई शहरों पर कब्जा करने की कोशिश में लगा है। वहीं राष्ट्रपति जेलेंस्की के लिए उस समय बुरी खबर आई जब मारियूपोल में यूक्रेन का आखिरी किला भी ढह गया और 1000 से अधिक यूक्रेनी सैनिकों ने पुतिन की सेना के सामने सरेंडर कर दिया। वहीं भारी नुकसान झेलने के बाद अब जेलेंस्की ने रूस से मुआवजे की मांग कर दी है। साथ ही जेलेंस्की ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन को चेतावनी देते हुए कहा कि रूस हर उस बम का भार महसूस करेगा जिसे उसने यूक्रेन पर गिराया है। आइए 10 प्वॉइंट्स में जानते हैं रूस-यूक्रेन युद्ध में अभी क्या चल रहा है...
- इस युद्ध में यूक्रेन को अब तक लगभग 8000 करोड़
- रुपये का नुकसान हुआ है।
- लगभग 1 करोड़ 40 लाख लोगों ने यूक्रेन छोड़कर पड़ोसी देश में शरण लिया है।
- रूसी सेना ने दावा किया कि मारियूपोल में यूक्रेनी सैनिकों की आखिरी पकड़ अजोवस्टल स्टील वर्क्स पर पूर्ण नियंत्रण कर लिया है।
- सात प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के समूह ने इस साल युद्धग्रस्त देश यूक्रेन को करीब 20 अरब डॉलर की सहायता देने का वादा किया है।
- रूस ने यूक्रेनी बंदरगाहों पर एक तरह से कब्जा कर लिया है। इससे दुनियाभर में भोजन की कमी की आशंका बढ़ती जा रही है।
- फिनलैंड का कहना है कि रूस ने प्राकृतिक गैस की आपूर्ति को निलंबित कर दिया है।
- रूसी सैनिकों ने यूक्रेन एक नदी के किनारे के शहर पर बमबारी की, जहां कुछ अलगाववादी भी साथ दे रहे हैं।
- बर्लिन में रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि जर्मनी जुलाई में यूक्रेन को पहले 15 गेपर्ड टैंक वितरित करेगा।
- रूस ने दावा किया है कि कई दुश्मन देशों द्वारा रूस पर साइबर हमलों की संख्या कई गुना बढ़ गई है।
- रूसी रक्षा मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि वह 40 से अधिक उम्र को सेना में भर्ती करेगा।
पड़ोसी देशों ने बढ़ाया रूस पर दबाव
पड़ोसी देश फिनलैंड और स्वीडन अमेरिका के नेतृत्व वाले सैन्य संगठन नाटो में शामिल होने के लिए आवेदन कर दिया है। ऐसे में रूस खुद पर दबाव महसूस करने लगा है। रूस ने फिनलैंड से लगने वाली पश्चिमी सीमा पर सैनिकों और हथियारों की तैनाती बढ़ाने का फैसला किया है।
रूस ने यूक्रेन में की नई पीढ़ी के शक्तिशाली लेजर हथियारों की तैनाती
मैरियूपोल पर कब्जे के बाद रूस ने यूक्रेन में नई पीढ़ी के शक्तिशाली लेजर हथियारों की तैनाती की है। इसके सहारे वह पश्चिम से यूक्रेन को सप्लाई किए गए ड्रोन को नष्ट करेगा।
विस्तार
रूस-यूक्रेन युद्ध के तीन महीने पूरे होने में अब मात्र तीन दिन रह गए हैं। इतने लंबे समय के संघर्ष के बावजूद दोनों देशों में कोई भी झुकने के लिए तैयार नहीं है। हालांकि, इस युद्ध में यूक्रेन को काफी नुकसान पहुंचा है। रूसी सेना ने यूक्रेन के पूर्वी हिस्से को बड़े पैमाने पर घेर लिया गया है औक एक-एक कर कई शहरों पर कब्जा करने की कोशिश में लगा है। वहीं राष्ट्रपति जेलेंस्की के लिए उस समय बुरी खबर आई जब मारियूपोल में यूक्रेन का आखिरी किला भी ढह गया और 1000 से अधिक यूक्रेनी सैनिकों ने पुतिन की सेना के सामने सरेंडर कर दिया। वहीं भारी नुकसान झेलने के बाद अब जेलेंस्की ने रूस से मुआवजे की मांग कर दी है। साथ ही जेलेंस्की ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन को चेतावनी देते हुए कहा कि रूस हर उस बम का भार महसूस करेगा जिसे उसने यूक्रेन पर गिराया है। आइए 10 प्वॉइंट्स में जानते हैं रूस-यूक्रेन युद्ध में अभी क्या चल रहा है...
- इस युद्ध में यूक्रेन को अब तक लगभग 8000 करोड़
- रुपये का नुकसान हुआ है।
- लगभग 1 करोड़ 40 लाख लोगों ने यूक्रेन छोड़कर पड़ोसी देश में शरण लिया है।
- रूसी सेना ने दावा किया कि मारियूपोल में यूक्रेनी सैनिकों की आखिरी पकड़ अजोवस्टल स्टील वर्क्स पर पूर्ण नियंत्रण कर लिया है।
- सात प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के समूह ने इस साल युद्धग्रस्त देश यूक्रेन को करीब 20 अरब डॉलर की सहायता देने का वादा किया है।
- रूस ने यूक्रेनी बंदरगाहों पर एक तरह से कब्जा कर लिया है। इससे दुनियाभर में भोजन की कमी की आशंका बढ़ती जा रही है।
- फिनलैंड का कहना है कि रूस ने प्राकृतिक गैस की आपूर्ति को निलंबित कर दिया है।
- रूसी सैनिकों ने यूक्रेन एक नदी के किनारे के शहर पर बमबारी की, जहां कुछ अलगाववादी भी साथ दे रहे हैं।
- बर्लिन में रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि जर्मनी जुलाई में यूक्रेन को पहले 15 गेपर्ड टैंक वितरित करेगा।
- रूस ने दावा किया है कि कई दुश्मन देशों द्वारा रूस पर साइबर हमलों की संख्या कई गुना बढ़ गई है।
- रूसी रक्षा मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि वह 40 से अधिक उम्र को सेना में भर्ती करेगा।
पड़ोसी देशों ने बढ़ाया रूस पर दबाव
पड़ोसी देश फिनलैंड और स्वीडन अमेरिका के नेतृत्व वाले सैन्य संगठन नाटो में शामिल होने के लिए आवेदन कर दिया है। ऐसे में रूस खुद पर दबाव महसूस करने लगा है। रूस ने फिनलैंड से लगने वाली पश्चिमी सीमा पर सैनिकों और हथियारों की तैनाती बढ़ाने का फैसला किया है।
रूस ने यूक्रेन में की नई पीढ़ी के शक्तिशाली लेजर हथियारों की तैनाती
मैरियूपोल पर कब्जे के बाद रूस ने यूक्रेन में नई पीढ़ी के शक्तिशाली लेजर हथियारों की तैनाती की है। इसके सहारे वह पश्चिम से यूक्रेन को सप्लाई किए गए ड्रोन को नष्ट करेगा।