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रूस-यूक्रेन युद्ध को चलते 16 महीने से ज्यादा का समय हो चुका है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, इस युद्ध में अब तक 10 हजार से ज्यादा आम लोगों की मौत हो चुकी है। 20 हजार से ज्यादा लोग घायल हैं। करीब 70 हजार से ज्यादा जवान दोनों तरफ से मारे गए हैं। ये आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध को चलते 16 महीने से ज्यादा का समय हो चुका है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, इस युद्ध में अब तक 10 हजार से ज्यादा आम लोगों की मौत हो चुकी है। 20 हजार से ज्यादा लोग घायल हैं। करीब 70 हजार से ज्यादा जवान दोनों तरफ से मारे गए हैं। ये आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं।
इस बीच, छह जून को यूक्रेन के सबसे बड़े डैम यानी बांध में से एक नोवा कखोव्का पर हमला हुआ। बांध टूटने से 50 से ज्यादा गांव डूब गए हैं। इनमें रहने वाले 40 हजार से ज्यादा लोगों की जान खतरे में पड़ गई है। बांध के टूटने पर यूक्रेन और रूस एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
युद्ध में बांध तोड़कर दुश्मन को रोकने और युद्ध में जीत के लिए आगे बढ़ने का तरीका काफी पुराना है। ऐसे में आज हम डैम वॉर यानी बांध युद्ध की पूरी कहानी बताएंगे। कैसे इसकी शुरुआत हुई और इसका प्रयोग युद्ध में कैसे किया जाता है?