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पाकिस्तान में महिलाओं से भेदभाव: परीक्षा में प्रथम स्थान, फिर भी 'हज' के डीजी के पद पर नियुक्ति देने से इनकार

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, इस्लामाबाद Published by: संजीव कुमार झा Updated Mon, 30 Jan 2023 09:00 AM IST
सार

पाकिस्तान में हज के महानिदेशक के पद के लिए लिखित परीक्षा और साक्षात्कार दोनों में ऑडिट और अकाउंट ग्रुप की महिला उम्मीदवार न केवल सफल रही बल्कि प्रथम स्थान भी प्राप्त किया लेकिन फिर भी नियुक्ति एक रहस्य बन गई है।

मुफ्ती अब्दुल शकूर
मुफ्ती अब्दुल शकूर - फोटो : Social Media

विस्तार

पाकिस्तान में महिलाओं से भेदभाव का मामला सामने आया है। यह भेदभाव किसी अन्य वजह से नहीं बल्कि नौकरी में नियुक्ति को लेकर किया गया है।  बताया जा रहा है कि यहां के धार्मिक मामलों के मंत्री मुफ्ती अब्दुल शकूर कथित तौर पर मंत्रालय में निदेशक और हज के महानिदेशक के रिक्त पदों के लिए एक महिला अधिकारी की नियुक्ति के खिलाफ हो गए हैं। हज के महानिदेशक के पद के लिए लिखित परीक्षा और साक्षात्कार दोनों में ऑडिट और अकाउंट ग्रुप की महिला उम्मीदवार न केवल सफल रही बल्कि प्रथम स्थान भी प्राप्त किया लेकिन फिर भी नियुक्ति एक रहस्य बन गई है। इस बीच जानकारी मिली है कि धार्मिक मामलों के मंत्री ने इंटरव्यू पैनल से महिला को कोई अन्य वजह बताकर फेल करने के लिए कहा है।



जानें क्या है पूरा मामला?
मंत्रालय के दो खाली पदों पर भर्ती की प्रक्रिया दो माह बाद भी अधूरी है। पिछले साल सितंबर में 30 नवंबर 2022 को रिक्त हुए पदों के लिए परीक्षा और साक्षात्कार हुआ था। हज के डीजी  के पद के लिए लिखित परीक्षा के लिए ग्रेड 20 के बीस अधिकारी उपस्थित हुए। ऑडिट एंड अकाउंट ग्रुप की साइमा सबा ने टेस्ट में 71 अंक हासिल किए, जबकि ऑफिसर मैनेजमेंट ग्रुप के अमजद खान ने 61 अंक हासिल किए। दोनों को सफल घोषित कर दिया गया, जिसके बाद से मंत्री की कथित परेशानी शुरू हो गई और उन्होंने किसी भी तरह से महिला को इस पद पर नियुक्ति नहीं देने की योजना बनाई।


इंटरव्यू पैनल के साथ हाथ मिलाकर किया गया फेल
एक मीडिया चैनल को मिले दस्तावेजों के अनुसार, प्रधानमंत्री आवास को उनके लिंग के आधार पर सफल उम्मीदवारों के बारे में सूचित किया गया था, जिन्होंने उनसे दोबारा परीक्षा देने की अनुमति मांगी थी। हालांकि, स्थापना विभाग ने मांग को खारिज कर दिया। कथित तौर पर, मंत्री ने एक रास्ता निकाला और पिछले साल 26 अक्टूबर को हुए एक इंटरव्यू में उन्होंने इंटरव्यू पैनल के साथ हाथ मिलाकर दोनों सफल उम्मीदवारों को फेल करने की योजना बनाई।

48 मिनट के लंबे इंटरव्यू के दौरान धर्म मंत्री ने साइमा को सवालों में उलझाए रखा। रिकॉर्ड अंक हासिल करने में कामयाब रहीं साइमा को उन्होंने जीरो मार्क्स से फेल कर दिया था। इस प्रकरण के मद्देनजर, अब्दुल शकूर और महिला उम्मीदवार का एक कथित ऑडियो क्लिप सामने आया है जिसमें मंत्री को दुपट्टे के महत्व के बारे में पूछते हुए सुना जा सकता है। उन्होंने उनसे दुपट्टा न पहनने की उनकी पसंद के बारे में भी पूछा और यह भी पूछा कि इससे दुनिया भर के देशों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

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