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police arrested women for not having treatment of tuberclosis for more than a year
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Tuberclosis: साल भर तक नहीं कराया टीबी का इलाज तो पुलिस ने जेल में डाला, जानें क्या है वजह
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, वाशिंगटन
Published by: जलज मिश्रा
Updated Mon, 05 Jun 2023 09:11 AM IST
लोकल मीडिया के अनुसार, जनवरी 2022 में स्वास्थ्य विभाग ने महिला में टीबी के संक्रमण की जानकारी दी थी। उन्होंने उसे आइसोलेट करने के निर्देश दिए थे। साल भर तक अधिकारी महिला के परिवार और रिश्तेदारों को उसे इलाज के लिए मनाने की कोशिश करते रहे।
वाशिंगटन में एक न्यायाधीश के आदेश की अवहेलना करने के कारण एक महिला को गिरफ्तार किया गया है। महिला साल भर से अधिक समय से टीबी से पीड़ित है, जिसकी जांच के लिए जस्टिस ने आदेश दिया था। इसी वजह से महिला को गुरुवार को हिरासत में लिया गया। बता दें, वारंट जारी होने के करीब तीन माह बाद महिला की गिरफ्तारी हो सकी है। स्वास्थ्य विभाग ने महिला के नाम को उजागर नहीं किया है। कोर्ट में महिला को वीएन नाम से पेश किया गया है।
यह है पूरा मामला
टैकोमा-पियर्स काउंटी स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार को बताया कि महिला को पियर्स काउंटी जेल में बंद किया गया है। यहां टेस्टिंग, इलाज और आइसोलेशन की पूरी तैयारी की गई है। विभाग ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि महिला टीबी का इलाज कराएंगी। एक लोकल मीडिया के अनुसार, जनवरी 2022 में स्वास्थ्य विभाग ने महिला में टीबी के संक्रमण की जानकारी दी थी। उन्होंने उसे आइसोलेट करने के निर्देश दिए थे। साल भर तक अधिकारी महिला के परिवार और रिश्तेदारों को उसे इलाज के लिए मनाने की कोशिश करते रहे। लेकिन महिला ने मना कर दिया। इसके बाद मार्च 2023 में महिला की गिरफ्तारी के लिए नागरिक वारंट जारी किया गया।
इलाज न कराने के लिए पीछे यह कारण
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि 20 सालों में यह ऐसा तीसरा मामला है, जहां एक संक्रमित रोगी को हिरासत में लेने के लिए कोर्ट के आदेश की आवश्यकता होती है। लोकल मीडिया के अनुसार, इलाज न कराने और आइसोलेट न होने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। हालांकि, महिला की वकील सारा टोफलेमायर का दावा है कि महिला ने इलाज से इसलिए मना किया था, क्योंकि उसे समझ ही नहीं आ रहा था कि आखिर हो क्या रहा है।
क्या कहते हैं वाशिंगटन के कानून
वाशिंगटन के कानून के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग ऐसी बीमारियों के कारण मरीजों के साथ काम करता है। विभाग सुनिश्चित करता है कि वह जल्द ठीक होने के लिए सही इलाज कराए। बता दें, टीबी एक संक्रामक रोग है, जो मरीज के संपर्क में आने वाले व्यक्ति में फैलता है। इसे संभावित घातक माना जाता है। विभाग के अनुसार, टीबी के इलाज में कम से कम तीन और अधिकतम नौ महीने का समय लगता है।
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