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अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का ओरियन कैप्सूल चंद्रमा के चारों ओर दूर तक फैली कक्षा में प्रवेश कर गया है। अधिकारियों ने कहा कि चंद्रमा मिशन के शुरुआती देरी के बाद अब यह सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है। अंतरिक्ष यान ने करीब एक हफ्ते पहले फ्लोरिडा से चंद्रमा के लिए उड़ान भरी थी। ओरियन एक हफ्ते तक स्थिर कक्षा में रहेगा।
रिपोर्ट के अनुसार, ओरियन कैप्सूल पृथ्वी से तकरीबन 380,000 किमी की दूरी पर था। आने वाले दिनों में 432,000 किमी की अधिकतम दूरी पर पहुंचने की उम्मीद है। चंद्रमा के चारों ओर आधी परिक्रमा करने में ओरियन को लगभग एक हफ्ते का समय लगेगा।
यह है भविष्य की योजना
इस मिशन के सफल होने पर नासा 2024 में अंतरिक्ष यात्रियों को चांद के आसपास भेजने के मिशन को अंजाम देगा। इसके बाद नासा 2025 में एक यान को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास उतारने की कोशिश करेगा।
50 साल बाद नासा की उपलब्धि
50 साल पहले नासा ने अपोलो कार्यक्रम के तहत यह उपलब्धि हासिल की थी। इसके बाद यह पहली बार है जब कोई कैप्सूल चंद्रमा पर पहुंचा है। यह परीक्षण उड़ान काफी महत्वपूर्ण है। कैप्सूल ने 16 नवंबर को फ्लोरिडा स्थित केनेडी अंतरिक्ष केंद्र से नासा के अब तक के सर्वाधिक शक्तिशाली रॉकेट के जरिये उड़ान भरी थी।