विज्ञापन
Hindi News ›   World ›   mystery about the army chief of Ukraine continues

Ukraine: यूक्रेन के सेनाध्यक्ष को लेकर रहस्य कायम, थम नहीं रहा है अफवाहों का सिलसिला

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, कीव Published by: Harendra Chaudhary Updated Mon, 29 May 2023 05:52 PM IST
सार

इस बीच यह खबर चर्चित है कि यूक्रेन जल्द ही रूस पर एक बड़े हमले की तैयारी में है। अमेरिका की उप विदेश मंत्री विक्टोरिया नुलैंड ने भी कहा है कि संभावित हमले के लिए अमेरिका और यूक्रेन संपर्क में हैं...

mystery about the army chief of Ukraine continues
Ukraine Army Chief Valery Zaluzhny - फोटो : Agency (File Photo)

विस्तार
Follow Us

यूक्रेन के सेनाध्यक्ष वलेरी जलुझनी के खोज-खबर को लेकर रहस्य बढ़ता चला जा रहा है। जलुझनी यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सदस्य भी हैं। कई हफ्तों से वे सामने नहीं आए हैं। कुछ रोज पहले यूक्रेन सरकार ने उनका एक वीडियो जारी किया। इससे यह बताने की कोशिश की गई कि जलुझनी भले-चंगे हैं। लेकिन अनेक विश्लेषकों ने इस पर यकीन नहीं किया है।

इस बीच जलुझनी को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म रहा है। सबसे पहले खबर फैली कि वे लड़ाई में मारे गए हैं। तब कहा गया था कि पूर्वी यूक्रेन में किसी जगह पर किसी कमांड पोस्ट में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उनकी बैठक हो रही थी, जिस पर रूस ने हमला कर दिया। बाद में अफवाह फैली कि जलुझनी जिंदा हैं, लेकिन उस हमले में वे बुरी तरह जख्मी हो गए और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।

विश्लेषकों के मुताबिक इन अफवाहों के गर्म रहने के लिए यूक्रेन की सेना भी जिम्मेदार रही है। अगर उसने उनके बारे में स्पष्ट जानकारी दे दी होती, तो अफवाहों को बल नहीं मिलता। इस बीच यह खबर चर्चित है कि यूक्रेन जल्द ही रूस पर एक बड़े हमले की तैयारी में है। अमेरिका की उप विदेश मंत्री विक्टोरिया नुलैंड ने भी कहा है कि संभावित हमले के लिए अमेरिका और यूक्रेन संपर्क में हैं। इस खबर के बाद कहा गया कि जलुझनी इस हमले की तैयारियों में जुटे हुए हैं।

इस बीच एक चर्चा यह गर्म हुई है कि जलुझनी यूक्रेन की मौजूदा ताकत के बीच रूस पर हमला करने को इच्छुक नहीं हैं। कई विश्लेषकों ने कहा है कि रूस की सेना यूक्रेन से बहुत बड़ी है और उसके बाद जो हथियार और उपकरण हैं, वे यूक्रेन के हथियारों से बेहतर हैं। जबकि एक खबर यह है कि यूक्रेन ने संभावित हमले के लिए 12 ब्रिगेड संगठित किए हैं, जिनमें नौ के पास अमेरिकी और यूरोपीय हथियार हैं।

कुछ दूसरी अफवाहें भी फैली हैं। इनमें कहा गया है कि इस समय यूक्रेन में सैन्य नेतृत्व और सरकारी नेताओं के बीच टकराव चल रहा है। युद्ध में यूक्रेन की सेना को हुए भारी नुकसान के बाद यह टकराव शुरू हुआ। अमेरिकी थिंक टैंक सेंटर फॉर सिक्युरिटी पॉलिसी में सीनियर फेलॉ स्टीफन ब्रायन ने अपने सब्सटैक ब्लॉग वीपंस एंड स्ट्रेटेजी में लिखा है कि यूक्रेन की वायु सेना बहुत कमजोर हो चुकी है। इसलिए उसकी थल सेना ने अगर अगला हमला किया, तो ऐसा उसे वायु सेना की मदद के बिना करना होगा। साथ ही उसे इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से जाम किए गए युद्ध क्षेत्र में उतरना होगा, जहां संभव है कि पश्चिमी हथियार उतना कारगर नहीं हों, जितना बताया गया है।

समझा जाता है कि जलुझनी इस आशंका के कारण बड़ा हमला शुरू करने के पक्ष में नहीं हैं, जबकि राष्ट्रपति वोलोदोमीर जेलेन्स्की की सरकार इसके लिए कृत-संकल्प है। कुछ खबरों के मुताबिक सेना और सरकार के नेतृत्वों के बीच मतभेद बाखमुट की लड़ाई के दौरान उभरे। बताया जाता है कि सेना बाखमुट को बचाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकने के पक्ष में नहीं थी। लेकिन सरकार ने सेना की सलाह के विपरीत फैसला लिया। इन चर्चाओं के बीचे जुलझनी सीन से गायब रहे हैं। इससे अफवाहें गर्म हुई हैं।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get latest World News headlines in Hindi related political news, sports news, Business news all breaking news and live updates. Stay updated with us for all latest Hindi news.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Independence day

अतिरिक्त ₹50 छूट सालाना सब्सक्रिप्शन पर

Next Article

फॉन्ट साइज चुनने की सुविधा केवल
एप पर उपलब्ध है

app Star

ऐड-लाइट अनुभव के लिए अमर उजाला
एप डाउनलोड करें

बेहतर अनुभव के लिए
4.3
ब्राउज़र में ही
X
Jobs

सभी नौकरियों के बारे में जानने के लिए अभी डाउनलोड करें अमर उजाला ऐप

Download App Now

अपना शहर चुनें और लगातार ताजा
खबरों से जुडे रहें

एप में पढ़ें

क्षमा करें यह सर्विस उपलब्ध नहीं है कृपया किसी और माध्यम से लॉगिन करने की कोशिश करें

Followed

Reactions (0)

अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं

अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करें