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अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पियो की किताब और उसमें किए गए दावों की दुनियाभर में खूब चर्चा हो रही है। अब माइक पोम्पियो की किताब के एक और अंश की खूब चर्चा हो रही है, जिसमें माइक पोम्पियो ने कहा है कि अमेरिका के विदेश मंत्री के तौर पर वह जितने भी नेताओं से मिले, उनमें सबसे खराब उन्हें चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग लगे। माइक पोम्पियो ने बताया कि चीन के राष्ट्रपति ने उन्हें धमकाया भी था कि अगर अमेरिका ने कोरोना के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराना बंद नहीं किया तो वह अमेरिका को पीपीएफ किट की सप्लाई रोक देंगे।
अपनी किताब 'नेवर गिव एन इंचः फाइटिंग फॉर द अमेरिका आई लव' में माइक पोम्पियो ने बताया कि उनकी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से कई बार मुलाकात हुई और वह उन्हें काफी बेदर्द और स्पष्टवादी कम्युनिस्ट लगे। शी जिनपिंग हमेशा चीन को पीड़ित दिखाने की कोशिश करते और उन शिकायतों के लिए बदला लेने की बात करते, जो हमारे पैदा होने से भी पुरानी हैं। पोम्पियो ने किताब में लिखा है कि निजी तौर पर मुझे लगता है कि शी जिनपिंग काफी बेदर्द थे, वहीं पुतिन काफी मजाकिया लगे।
पोम्पियो ने लिखा कि मेरे सेना में रहने के दौरान सिखाई गई बातों के आधार पर मैं कह सकता हूं कि मैंने शी जिनपिंग को स्पष्टवादी कम्युनिस्ट पाया, जो हमेशा बातें सुनने के दौरान भी अपने विचारों को दूसरों पर थोपना चाहते हैं। पोम्पियो ने दावा किया कि मनोवैज्ञानिक तौर पर शी उन्हें पूर्वी जर्मनी या फिर सोवियत कम्युनिस्ट जैसे लगे। मेरे चीनी मामलों के सलाहकार रहे माइल्स यू ने मुझे बताया था कि कम्युनिस्ट नेता और महासचिव शी जिनपिंग खासकर अमेरिकी नेताओं पर दबाव बनाने की कोशिश करते हैं। माइक पोम्पियो ने बताया कि वह कंसास में एक छोटा बिजनेस करते थे और इसके सिलसिले में उन्हें साल 2000 के दौरान कई बार चीन जाना पड़ा। पोम्पियो ने बताया कि उन्हें चीनी लोग पसंद हैं और वह अभी भी चीनी लोगों को पसंद करते हैं।