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व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी आने के बाद से मैसेजिंग एप सिग्नल पर एक साथ लाखों की संख्या में यूजर जुड़े। वहीं शुक्रवार से सिग्नल एप को इस्तेमाल करने में दुनिया भर में यूजर्स को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यूजर्स ने ट्वीट कर सिग्नल एप के डाउन होने की जानकारी दी। मैसेजिंग एप सिग्नल ने भी इस बात की पुष्टि की है।
सिग्नल ने अपने ट्वीट में लिखा कि वे तकनीकी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं और वे इस समस्या को ठीक करने के लिए काम कर रहे हैं। एक ट्वीट में कंपनी ने लिखा, "सिग्नल में तकनीकी दिक्कत आ रही है। हम जल्द से जल्द सेवा बहाल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।"
फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी व्हाट्सएप ने अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर पहली बार अपने यूजर्स को नोटिफिकेशन भेजा था, लेकिन नई पॉलिसी उसके लिए बड़ी मुसीबत बन गई है। व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी से नाराज यूजर्स दूसरे मैसेजिंग एप की ओर बढ़ रहे हैं। व्हाट्सएप की नई पॉलिसी जारी होने के महज सात दिनों में भारत में उसका डाउनलोड्स 35 फीसदी तक कम हुआ है। इसके अलावा 40 लाख से अधिक यूजर्स ने सिग्नल (Signal) और टेलीग्राम (Telegram) एप को डाउनलोड किया है, जिनमें 24 लाख डाउनलोड्स सिग्नल के और 16 लाख टेलीग्राम के हैं। व्हाट्सएप की लगातार सफाई देने के बाद भी यूजर दूसरे एप पर तेजी से शिफ्ट हो रहे हैं।अब भारत के कई टॉप बिजनेसमैन भी व्हाट्सएप छोड़ सिग्नल एप की ओर रुख कर रहे है।
टेस्ला के सीईओ ने सिग्नल से जुड़ने की अपील की
व्हाट्सएप के नई पॉलिसी की घोषणा के बाद से यूजर सिग्नल और टेलीग्राम जैसे अन्य मैसेंजर एप्स पर जाने के लिए तैयार हो रहे हैं। इस संबंध में टेस्ला के सीईओ और दुनिया के दूसरे सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्क नए यूजर्स को सिग्नल से जुड़ने की अपील की।
सिग्नल नहीं मांगता पर्सनल डेटा
सिग्नल ने दिसंबर 2020 में अपने लेटेस्ट वर्जन्स के साथ ग्रुप कॉल लॉन्च किया है और एन्क्रिप्टेड दिया है। सिग्नल पर्सनल डेटा के तौर पर सिर्फ आपका फोन नंबर स्टोर करता है और एप इसे आपकी पहचान से जोड़ने की कोई कोशिश नहीं करता है। जबकि टेलीग्राम आपसे पर्सनल इनफॉर्मेशन के तौर पर कॉन्टैक्ट इंफो, कॉन्टैक्ट्स और यूजर आईडी मांगता है।
व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी आने के बाद से मैसेजिंग एप सिग्नल पर एक साथ लाखों की संख्या में यूजर जुड़े। वहीं शुक्रवार से सिग्नल एप को इस्तेमाल करने में दुनिया भर में यूजर्स को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यूजर्स ने ट्वीट कर सिग्नल एप के डाउन होने की जानकारी दी। मैसेजिंग एप सिग्नल ने भी इस बात की पुष्टि की है।
सिग्नल ने अपने ट्वीट में लिखा कि वे तकनीकी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं और वे इस समस्या को ठीक करने के लिए काम कर रहे हैं। एक ट्वीट में कंपनी ने लिखा, "सिग्नल में तकनीकी दिक्कत आ रही है। हम जल्द से जल्द सेवा बहाल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।"
फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी व्हाट्सएप ने अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर पहली बार अपने यूजर्स को नोटिफिकेशन भेजा था, लेकिन नई पॉलिसी उसके लिए बड़ी मुसीबत बन गई है। व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी से नाराज यूजर्स दूसरे मैसेजिंग एप की ओर बढ़ रहे हैं। व्हाट्सएप की नई पॉलिसी जारी होने के महज सात दिनों में भारत में उसका डाउनलोड्स 35 फीसदी तक कम हुआ है। इसके अलावा 40 लाख से अधिक यूजर्स ने सिग्नल (Signal) और टेलीग्राम (Telegram) एप को डाउनलोड किया है, जिनमें 24 लाख डाउनलोड्स सिग्नल के और 16 लाख टेलीग्राम के हैं। व्हाट्सएप की लगातार सफाई देने के बाद भी यूजर दूसरे एप पर तेजी से शिफ्ट हो रहे हैं।अब भारत के कई टॉप बिजनेसमैन भी व्हाट्सएप छोड़ सिग्नल एप की ओर रुख कर रहे है।
टेस्ला के सीईओ ने सिग्नल से जुड़ने की अपील की
व्हाट्सएप के नई पॉलिसी की घोषणा के बाद से यूजर सिग्नल और टेलीग्राम जैसे अन्य मैसेंजर एप्स पर जाने के लिए तैयार हो रहे हैं। इस संबंध में टेस्ला के सीईओ और दुनिया के दूसरे सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्क नए यूजर्स को सिग्नल से जुड़ने की अपील की।
सिग्नल नहीं मांगता पर्सनल डेटा
सिग्नल ने दिसंबर 2020 में अपने लेटेस्ट वर्जन्स के साथ ग्रुप कॉल लॉन्च किया है और एन्क्रिप्टेड दिया है। सिग्नल पर्सनल डेटा के तौर पर सिर्फ आपका फोन नंबर स्टोर करता है और एप इसे आपकी पहचान से जोड़ने की कोई कोशिश नहीं करता है। जबकि टेलीग्राम आपसे पर्सनल इनफॉर्मेशन के तौर पर कॉन्टैक्ट इंफो, कॉन्टैक्ट्स और यूजर आईडी मांगता है।