चीन के वुहान शहर की पूरी 11 मिलियन आबादी का कोरोना वायरस टेस्ट होगा। बता दें कि वुहान, चीन का वही शहर है, जहां से कोरोना वायरस पैदा हुआ और दुनियाभर में महामारी बनकर फैल गया। ऐसे में चीन ने वायरस के हमले की दूसरी लहर की आशंका जताते हुए हफ्तों में पहली बार नए मामलों की रिपोर्ट के बाद शहर की पूरी आबादी का परीक्षण करने का फैसला किया है।
आधिकारिक मीडिया ने मंगलवार को बताया कि एक आवासीय समुदाय में छह नए कोरोना वायरस मामलों के सामने आने के बाद शहर ने अपने सभी निवासियों का परीक्षण करने के लिए 10 दिन की योजना तैयार की है।
हुबई प्रांत और इसकी राजधानी वुहान ने 8 अप्रैल को लंबे समय तक लागू लॉकडाउन को हटाया था। यहां 23 जनवरी से यह खतरनाक वायरस आग की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गया था।
चीन में कोरोना वायरस से पिछले तीन महीनों में 4,512 लोगों की मौत हो गई। इनमें अकेले वुहान शहर में इस खतरनाक बीमारी से 3,869 लोगों की मौत हो गई।
हुबेई प्रांत में कोरोना वायरस के 68,134 मामले पाए गए। इसमें अकेले 50,339 मामले वुहान शहर के थे।
मामलों के नए समूहों की रिपोर्टिंग के अलावा, वुहान ने 650 स्पर्शोन्मुख मामलों की भी रिपोर्ट की। बता दें कि स्पर्शोन्मुख मामले उन लोगों को संदर्भित करते हैं जिन्हें कोविड-19 पॉजिटिव टेस्ट किया जाता है, लेकिन इनमें बुखार, खांसी या गले में खराश जैसे कोई लक्षण विकसित नहीं होते हैं। इन लोगों से इस बीमारी का फैलने का खतरा बना रहता है।
वुहान विश्वविद्यालय के झोंगन अस्पताल की गहन देखभाल इकाई के निदेशक पेंग जिहयोंग ने राज्य संचालित ग्लोबल टाइम्स को बताया कि उन्हें परीक्षण योजना का विवरण नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि सभी का परीक्षण महंगा हो जाएगा, इसलिए परीक्षण में प्रमुख समूहों और समुदायों जैसे कि रोगियों और उनके परिवार के सदस्यों, चिकित्सा कर्मचारियों, बुजुर्गों और पूर्व-मौजूदा चिकित्सा स्थितियों वाले लोगों पर ध्यान केंद्रित करने की संभावना है।