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संयुक्त राष्ट्र ने चार राजनयिकों और एक अमेरिकी सांसद को 'दिवाली-पावर ऑफ वन' अवॉर्ड से सम्मानित किया है। ये सम्मान शांतिपूर्ण और सुरक्षित विश्व की खातिर काम करने के लिए हर साल दिया जाता है।
कूटनीति के ऑस्कर (Oscars of Diplomacy) के रूप में प्रतिष्ठित यह पुरस्कार संयुक्त राष्ट्र के पूर्व स्थायी प्रतिनिधियों या संयुक्त राष्ट्र सचिवालय के पूर्व उच्च-स्तरीय सदस्यों या जल्द सेवानिवृत्त होने वाले उच्च स्तरीय सदस्य को दिया जाता है। यह निस्वार्थ भाव से सभी के लिए शांतिपूर्ण और सुरक्षित दुनिया बनाने के प्रयासों के लिए दिया जाता है।
इन्हें किया गया सम्मानित
सोमवार को सम्मानित राजनयिकों में यूएन में जॉर्जिया के पूर्व स्थायी प्रतिनिधि और कनाडा के वर्तमान राजदूत काहा इम्नाडज और संयुक्त राष्ट्र में ग्रेनेडा के पूर्व स्थायी प्रतिनिधि कीशा मैकगायर भी शामिल थे। अन्य तीन सम्मानित लोगों में पूर्व अंतरिम रक्षा मंत्री व संयुक्त राष्ट्र में बुल्गारिया के स्थायी प्रतिनिधि और अमेरिका में वर्तमान राजदूत जॉर्जी वेलिकोव पानायोटोव, संयुक्त राष्ट्र में बेनिन के पूर्व स्थायी प्रतिनिधि और अब अमेरिका में राजदूत जीन-क्लाउड डो रेगो और अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की समिति की पूर्व अध्यक्ष एलियट लांस एंगेल शामिल हैं।
दिवाली फाउंडेशन यूएसए ने की स्थापना
इन अवॉर्ड की स्थापना दिवाली फाउंडेशन यूएसए (Diwali Foundation USA) ने 2017 में की थी। 'दिवाली स्टैम्प पावर ऑफ वन अवॉर्ड्स' के साथ संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित एक समारोह में एंगेल को 2022 के लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी सम्मानित किया गया। इस मौके पर यूएन में पदस्थ दूतों ने रोशनी के भारतीय त्योहार दिवाली के महत्व और बुराई पर अच्छाई की जीत के संदेश को लेकर अपनी बात कही।
समारोह में कंबोज ने कही यह बात
अवॉर्ड वितरण समारोह में संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि और दिसंबर महीने के लिए सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष रुचिरा कंबोज ने कहा कि दिवाली बुराई पर अच्छाई की जीत और भगवान राम की अयोध्या वापसी का प्रतीक है। कंबोज ने कहा कि यह न केवल जश्न मनाने का समय है, बल्कि सबसे ऊपर उन शाश्वत मूल्यों का उत्सव मनाने का भी है, जो यहां संयुक्त राष्ट्र में हमारे द्वारा किए जाने वाले कार्यों- भलाई, देखभाल और करुणा के लिए भी मौजूं है। कार्यक्रम में तमाम यूएन राजदूत, राजनयिक, संयुक्त राष्ट्र के पदाधिकारी और भारतीय-अमेरिकी अनिवासी संगठन के सदस्य शामिल थे।महासभा के 77वें सत्र के अध्यक्ष साबा कोरोसी ने कहा कि दिवाली बुराई पर अच्छाई, अंधकार पर प्रकाश, अज्ञान पर ज्ञान की जीत का प्रतीक है। संयुक्त राष्ट्र में हम इन्हीं मूल्यों की खातिर काम करते हैं।