Hindi News
›
World
›
China warns US of heavy price for backing Taiwan independence
{"_id":"621e279670990347be059ced","slug":"china-warns-us-of-heavy-price-for-backing-taiwan-independence","type":"story","status":"publish","title_hn":"'भारी कीमत चुकानी पड़ेगी': रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिकी दल ताइवान पहुंचा, भड़के चीन ने दी धमकी","category":{"title":"World","title_hn":"दुनिया","slug":"world"}}
'भारी कीमत चुकानी पड़ेगी': रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिकी दल ताइवान पहुंचा, भड़के चीन ने दी धमकी
वर्ल्ड न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बीजिंग
Published by: शिव शरण शुक्ला
Updated Tue, 01 Mar 2022 07:37 PM IST
सार
लेटेस्ट अपडेट्स के लिए फॉलो करें
अमेरिकी अधिकारियों के ताइवान पहुंचने पर चीन ने नाराजगी जताई है। चीन ने इसे लेकर अमेरिका को कड़ी चेतावनी भी दी है। चीन ने कहा है कि अगर ताइवान की स्वतंत्रता को लेकर अमेरिका ताइवान का समर्थन करेगा तो उसे बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
अमेरिकी अधिकारियों के ताइवान पहुंचने पर चीन ने नाराजगी जताई है। चीन ने इसे लेकर अमेरिका को कड़ी चेतावनी भी दी है। चीन ने कहा है कि अगर ताइवान की स्वतंत्रता को लेकर अमेरिका ताइवान का समर्थन करेगा तो उसे बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। गौरतलब है कि पिछले दिनों जो बाइडेन द्वारा भेजा गया अमेरिका के पूर्व रक्षा अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल ताइपे गया था। वहीं इस मुद्दे पर अमेरिका और चीन के बीच पहले ही रूस और यूक्रेन युद्ध की तरह ही युद्ध की आशंकाएं जताई जा रही हैं।
ताइवानी मीडिया के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के पूर्व अमेरिकी चेयरमैन माइक एडमिरल मुलैन के नेतृत्व में पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने स्वागत किया था।
चीन ने बीते कुछ महीनों में अपनी सैन्य तैयारियों को तेज कर दिया है। उसने ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में अपने सैकड़ों जेट भेजे हैं। ताइवान और अमेरिका के अधिकारियों का कहना है कि रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला करने बाद ताइवान पर चीन की जबरन कब्जे की धमकी ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा है।
इससे पहले अमेरिका में चीन के राजदूत ने चेतावनी देते हुए कहा था कि वाशिंगटन अगर ताइवान की आजादी की आकांक्षा का समर्थन करता रहा तो दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
रूस व यूक्रेन के बीच सैन्य तकरार के बढ़ते खतरे के बीच अमेरिका ने चीन को चेताया था। अमेरिका ने चीन को आगाह किया था कि वह इस मौके का फायदा ताइवान में अपना दखल बढ़ाने के तौर पर न उठाए। अमेरिका ने चीन की पहले ही घेराबंदी कर रखी है। अमेरिका ने परमाणु हथियारों से लैस दो युद्धपोत एक फिलीपींस के समुद्र में तो एक अन्य जापान के योकोसूका में तैनात कर दिया था। इसके जरिए उसने चीन को सख्त संदेश दिया है कि वह ताइवान से दूर रहे।
गौरतलब है कि चीन ताइवान को अपना प्रांत मानता है। जबकि बीते कई दशकों से ताइवान स्वतंत्र है। वहां एक लोकतांत्रिक राष्ट्र है और जनता द्वारा चुनी हुई सरकार काम करती है। अमेरिका में चीनी राजदूत ने कहा था कि अगर अमेरिका ताइवान के अधिकारियों को उकसाता रहा और वहां की सड़कों पर आजादी के लिए विरोध होते रहे तो दोनों देशों के बीच युद्ध हो सकता है।
विज्ञापन
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get latest World News headlines in Hindi related political news, sports news, Business news all breaking news and live updates. Stay updated with us for all latest Hindi news.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।