Hindi News
›
World
›
CoronaVirus Covid 19 Vaccine Update Today: US America Can Prepare Two Vaccines Named A And B Send Names To Health Institutions
{"_id":"5f51906a8ebc3e338905883e","slug":"by-october-november-america-can-prepare-two-vaccines-named-a-and-b-send-names-to-health-institutions","type":"story","status":"publish","title_hn":"CoronaVirus Vaccine: अक्तूबर-नवंबर तक अमेरिका तैयार कर सकता है दो वैक्सीन, स्वास्थ्य संस्थाओं को भेजे नाम","category":{"title":"World","title_hn":"दुनिया","slug":"world"}}
CoronaVirus Vaccine: अक्तूबर-नवंबर तक अमेरिका तैयार कर सकता है दो वैक्सीन, स्वास्थ्य संस्थाओं को भेजे नाम
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वाशिंगटन
Published by: Kuldeep Singh
Updated Fri, 04 Sep 2020 10:21 AM IST
कोरोना महामारी से निपटना सिर्फ वैक्सीन से ही संभव है जिस पर दुनिया भर के वैज्ञानिक काम कर रहे हैं। अमेरिकी संस्था सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (सीडीसी) ने जन स्वास्थ्य से जुड़ी एजेंसियों को बताया है कि वह अक्तूबर या नवंबर तक दो वैक्सीन तैयार कर सकता है।
पिछले सप्ताह सीडीसी द्वारा जन स्वास्थ्य से जुड़ी संस्थाओं को भेजे गए दस्तावेजों में वैक्सीन को 'ए' और 'बी' नाम दिया है। इसमें वैक्सीन से जुड़ी जरूरी अहम जानकारियां शामिल हैं। जैसे वैक्सीन की खोज के बीच का समय किस तापमान पर उन्हें रखना है। यह मानक मॉडर्ना और फाइजर कंपनी द्वारा तैयार वैक्सीन के मानकों से मिलते जुलते हैं।
वैक्सीन तैयार करने के अलग तरीके
वैक्सीन अलग-अलग तरह की होती है लेकिन सामान्य तौर पर निष्क्रिय वायरस कमजोर जिंदा वायरस या उसके प्रोटीन के छोटे-छोटे टुकड़ों की मदद से तैयार किया जाता है। मॉडर्ना और फाइजर सबसे अलग जेनेटिक मॉलीक्यूल जिसे आर एन ए मैसेंजर कहते हैं। तकनीक पर काम कर रही है इस तरह की वैक्सीन का अब तक मनुष्य पर प्रयोग के लिए अनुमति नहीं मिली है।
जेनेटिक मॉलीक्यूल सीधे मांसपेशियों की कोशिकाओं में लगाया जाता है जो कोरोना के प्रोटीन जैसा प्रोटीन तैयार करेगी। अगर इसमें सफलता मिलती है तो शरीर में बना प्रोटीन इम्यून सिस्टम को सक्रिय कर देगा जिससे लंबे समय तक वायरस से बचाव संभव है।
बच्चों के शरीर में एक साथ मौजूद रहते हैं कोरोना वायरस और एंटीबॉडीज
कोरोना की चपेट में बच्चे भी आ रहे हैं। पर राहत की बात यह है कि उनके रक्त में वायरस के साथ एंटीबॉडीज भी रहती है। अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी स्थित चिल्ड्रन नेशनल हॉस्पिटल के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि 15% पीड़ित बच्चों में वायरस के साथ उनके भीतर रोग प्रतिरोधक क्षमता भी विकसित हो जाती है।
विज्ञापन
16 से 22 वर्ष के किशोरों की तुलना में 6 से 15 साल के बच्चों में वायरस को शरीर की संरचना से पूरी तरह खत्म होने में दोगुना से अधिक समय लगता है। जर्नल ऑफ पीडियाट्रिक्स में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, 13 मार्च से 21 जून के बीच अस्पताल पहुंचे 6300 से अधिक संक्रमित बच्चों पर अध्ययन के बाद वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get latest World News headlines in Hindi related political news, sports news, Business news all breaking news and live updates. Stay updated with us for all latest Hindi news.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।