कोरोना की वजह से लगातार अमेरिका समेत तमाम देशों के निशाने पर रहने वाला चीन भविष्य की चुनौतियों को देखते हुए अपनी रक्षा तैयारियां तेज कर रहा है। उसे आशंका है कि अमेरिका कोविड-19 संकट की बौखलाहट चीन के खिलाफ किसी न किसी तरह उतारेगा। इसे देखते हुए दक्षिणी चीन के समुद्र में चीन ने अपनी चौकसी बढ़ा दी है। कैरियर बेस्ड फाइटर जेट, युद्धपोत और पनडुब्बियों के जरिये चीन ने अपनी तैयारी की एक झलक दिखाई है।
चीन का दावा है कि अमेरिका ने हाल ही में चीन के दक्षिणी और पूर्वी समुद्र के ऊपर से बी1बी एयरक्राफ्ट से इलाके का जायजा लिया है। चीन का आरोप है मई दिवस के मौके पर भी अमेरिका ने इस इलाके में अपने लड़ाकू विमानों से चीन को ये जतलाने की कोशिश की है कि वह आने वाले वक्त में अपना हवाई सर्विलांस और बढ़ा सकता है। अमेरिका की हरकतों को देखते हुए चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने कहा है कि अगर अमेरिका उसे उकसाने की कोशिश करेगा तो चीन भी जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
दक्षिणी चीन के समुद्र में पीएलए के सैन्य अभ्यास अक्सर चलते रहते हैं। हाल ही में लियोनिंग एयरक्राफ्ट कैरियर टास्क फोर्स ने यहां अपना अभ्यास खत्म किया है। इस दौरान युआन वी नाम के जे-15 फाइटर जेट ने भी उड़ान भभरकर अभ्यास किया था।
चीन के रक्षा विशेषज्ञ वी डांगजू के मुताबिक अमेरिका अपने एयरक्राफ्ट चीन के इर्द-गिर्द भेजकर खुफिया जानकारियां हासिल करने में लगा है। अमेरिका के इस उकसावे की कार्रवाई को चीन बेहद गंभीरता से ले रहा है और इसे देखते हुए अपनी तैयारियों को और मजबूत कर रहा है, ताकि अगर जरूरत पड़े तो अमेरिका को इसका माकूल जवाब दिया जा सके।