अमर उजाला
Mon, 7 February 2022
शादी को एक पवित्र बंधन माना जाता है
इसके पहले वचन का अर्थ होता है कि पति अपनी पत्नी और उसके परिवार की देखभाल करेगा और वहीं पत्नी अपने पति उसके परिवार की और खाने का ख्याल रखेगी
तीसरे वचन में पति अपनी पत्नी से वादा करता है कि वह उनके और उनके परिवार के लिए कमाएगा
चौथे वचन में पति अपने घर और बाकी जिम्मेदारियां अपनी पत्नी को सौंपता है और वहीं पत्नी उन जिम्मेदारियों को पूरे मन से निभाएंगी
पांचवें वचन में पति वादा करता है कि वह कई ज़रूरी बातें साझा करेगा वहीं पत्नी अपने पति की ढाल बनकर उसका साथ देगी
छठे फेरे का अर्थ है कि पति और पत्नी एक दूसरे की तरफ़ वफादार रहेंगे
सातवें और आखिरी वचन में पति पत्नी एक दूसरे से वादा करते हैं कि वह एक दूसरे के साथ जीवनभर साथ रहेंगे
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