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उत्तरकाशी। तांबाखानी की अंधेरी और पानी-कीचड़ से भरी सुरंग की लाइनिंग के लिए वरुणावत पैकेज से 13 करोड़ रुपये मंजूर तो हो गए, मगर इसके बाहरी हिस्से में राजमार्ग को दुरुस्त किए बगैर सुरंग में काम करने की स्थिति फिलहाल नहीं है। इन स्थितियों में बजट पर लैप्स होने का खतरा मंडरा रहा है। केंद्र पोषित वरुणावत पैकेज से तांबाखानी सुरंग की लाइनिंग आदि के काम के लिए 9.5 करोड़ अवमुक्त किए गए हैं। सिंचाई विभाग देहरादून को कार्यदायी एजेंसी नियुक्त किया गया है। टास्क फोर्स की गाइड लाइन के मुताबिक इस बजट का उपयोग दिसंबर 2013 तक किया जाना है, लेकिन सुरंग में लाइनिंग तो तब होगी जब इसके बाहरी हिस्से में ध्वस्त पड़े गंगोत्री राजमार्ग को दुरुस्त कर वहां से आवाजाही शुरू हो पाए। वार्षिक प्लान का बजट स्वीकृत नहीं हो पाया है। बीआरओ डिफेंस के डेढ़ करोड़ के बजट से बाहरी हिस्से में करीब 100 मीटर लंबी और 15 मीटर ऊंची दीवार तैयार करने में जुटा है। नदी से पत्थर उठाने की वैध अनुमति न मिलने के कारण चार माह में इस दीवार को एक चौथाई हिस्सा भी तैयार नहीं हो पाया है। ऐसे में बाहरी हिस्से में यातायात शुरू होने में अभी कितना समय लगेगा कहना मुश्किल है। तब तक तांबाखानी सुरंग में काम शुरू हो पाना नामुमकिन है।
कोट---
तांबाखानी के पास भागीरथी नदी के कटाव से बही सड़क डिफेंस के डेढ़ करोड़ के बजट से तैयार कराई जा रही है। पर्याप्त पत्थर नहीं मिलने से काम की रफ्तार धीमी है। कोशिश है कि तीन-चार माह में बाहरी हिस्से से यातायात शुरू करवा दिया जाए।-चंद्रशेखर, कमांडर बीआरओ टास्क फोर्स।
वरुणावत पैकेज से तांबाखानी सुरंग को दुरुस्त करने के लिए 13 करोड़ की स्वीकृति के साथ 9.5 करोड़ रुपये अवमुक्त हुए हैं। जब तक बाहरी हिस्से में यातायात बहाल नहीं होगा तब तक सुरंग में काम शुरू नहीं हो सकता।-बीके.मिश्रा, एडीएम उत्तरकाशी।
डोबरा-चांठी पुल का काम पड़ा ठप
ठेकेदार-मजदूरों के विवाद के चलते दस दिन से निर्माण कार्य नहीं
अमर उजाला ब्यूरो
नई टिहरी। डोबरा-चांठी पुल निर्माण में आ रही दिक्कतें दूर नहीं हो पा रही है। कभी कार्यदायी संस्था की लापरवाही तो कभी ड्राइंग की समस्या से पुल तैयार होने की तारीख आगे खिसकती जा रही है। अब ठेकेदार और मजदूरों के बीच हुए झगड़े के कारण पिछले दस दिनों से पुल का निर्माण कार्य ठप पड़ा हुआ है। डोबरा-चांठी पुल का निर्माण कार्य पिछले 14 जनवरी से बंद पड़ा है।
कार्यदायी संस्था के जीएम पीके सिन्हा ने बताया कि 13 जनवरी को एक स्थानीय ठेकेदार नेमजदूरों और अन्य कर्मचारियों के साथ मारपीट की। इस पर उन्होंने काम करना बंद कर दिया था। काम शुरू कराने पर फिर कोई विवाद न हो इसके लिए पुलिस-प्रशासन से भी सुरक्षा मांगी गई थी, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक पहल नहीं हो पाई है। इस वजह से पुल का सिविल वर्क ठप पड़ा है। प्रतापनगर के ब्लाक प्रमुख पूरण चंद रमोला ने कहा कि पुल का कार्य लंबा चलने से प्रतापनगर की समस्याएं भी बढ़ती जा रही है। उन्हाेंने पुल का कार्य जल्द शुरू कराने की मांग की है।
कोट---
डोबरा-चांठी में जो विवाद हुआ था, उसमें मामला दर्ज किया गया है। इसके बाद कंपनी को काम शुरू करना चाहिए। अगर फिर से कोई विवाद पैदा करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।-जन्मेजय खंडूरी, पुलिस अधीक्षक टिहरी।
उत्तरकाशी। तांबाखानी की अंधेरी और पानी-कीचड़ से भरी सुरंग की लाइनिंग के लिए वरुणावत पैकेज से 13 करोड़ रुपये मंजूर तो हो गए, मगर इसके बाहरी हिस्से में राजमार्ग को दुरुस्त किए बगैर सुरंग में काम करने की स्थिति फिलहाल नहीं है। इन स्थितियों में बजट पर लैप्स होने का खतरा मंडरा रहा है। केंद्र पोषित वरुणावत पैकेज से तांबाखानी सुरंग की लाइनिंग आदि के काम के लिए 9.5 करोड़ अवमुक्त किए गए हैं। सिंचाई विभाग देहरादून को कार्यदायी एजेंसी नियुक्त किया गया है। टास्क फोर्स की गाइड लाइन के मुताबिक इस बजट का उपयोग दिसंबर 2013 तक किया जाना है, लेकिन सुरंग में लाइनिंग तो तब होगी जब इसके बाहरी हिस्से में ध्वस्त पड़े गंगोत्री राजमार्ग को दुरुस्त कर वहां से आवाजाही शुरू हो पाए। वार्षिक प्लान का बजट स्वीकृत नहीं हो पाया है। बीआरओ डिफेंस के डेढ़ करोड़ के बजट से बाहरी हिस्से में करीब 100 मीटर लंबी और 15 मीटर ऊंची दीवार तैयार करने में जुटा है। नदी से पत्थर उठाने की वैध अनुमति न मिलने के कारण चार माह में इस दीवार को एक चौथाई हिस्सा भी तैयार नहीं हो पाया है। ऐसे में बाहरी हिस्से में यातायात शुरू होने में अभी कितना समय लगेगा कहना मुश्किल है। तब तक तांबाखानी सुरंग में काम शुरू हो पाना नामुमकिन है।
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तांबाखानी के पास भागीरथी नदी के कटाव से बही सड़क डिफेंस के डेढ़ करोड़ के बजट से तैयार कराई जा रही है। पर्याप्त पत्थर नहीं मिलने से काम की रफ्तार धीमी है। कोशिश है कि तीन-चार माह में बाहरी हिस्से से यातायात शुरू करवा दिया जाए।-चंद्रशेखर, कमांडर बीआरओ टास्क फोर्स।
वरुणावत पैकेज से तांबाखानी सुरंग को दुरुस्त करने के लिए 13 करोड़ की स्वीकृति के साथ 9.5 करोड़ रुपये अवमुक्त हुए हैं। जब तक बाहरी हिस्से में यातायात बहाल नहीं होगा तब तक सुरंग में काम शुरू नहीं हो सकता।-बीके.मिश्रा, एडीएम उत्तरकाशी।
डोबरा-चांठी पुल का काम पड़ा ठप
ठेकेदार-मजदूरों के विवाद के चलते दस दिन से निर्माण कार्य नहीं
अमर उजाला ब्यूरो
नई टिहरी। डोबरा-चांठी पुल निर्माण में आ रही दिक्कतें दूर नहीं हो पा रही है। कभी कार्यदायी संस्था की लापरवाही तो कभी ड्राइंग की समस्या से पुल तैयार होने की तारीख आगे खिसकती जा रही है। अब ठेकेदार और मजदूरों के बीच हुए झगड़े के कारण पिछले दस दिनों से पुल का निर्माण कार्य ठप पड़ा हुआ है। डोबरा-चांठी पुल का निर्माण कार्य पिछले 14 जनवरी से बंद पड़ा है।
कार्यदायी संस्था के जीएम पीके सिन्हा ने बताया कि 13 जनवरी को एक स्थानीय ठेकेदार नेमजदूरों और अन्य कर्मचारियों के साथ मारपीट की। इस पर उन्होंने काम करना बंद कर दिया था। काम शुरू कराने पर फिर कोई विवाद न हो इसके लिए पुलिस-प्रशासन से भी सुरक्षा मांगी गई थी, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक पहल नहीं हो पाई है। इस वजह से पुल का सिविल वर्क ठप पड़ा है। प्रतापनगर के ब्लाक प्रमुख पूरण चंद रमोला ने कहा कि पुल का कार्य लंबा चलने से प्रतापनगर की समस्याएं भी बढ़ती जा रही है। उन्हाेंने पुल का कार्य जल्द शुरू कराने की मांग की है।
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डोबरा-चांठी में जो विवाद हुआ था, उसमें मामला दर्ज किया गया है। इसके बाद कंपनी को काम शुरू करना चाहिए। अगर फिर से कोई विवाद पैदा करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।-जन्मेजय खंडूरी, पुलिस अधीक्षक टिहरी।