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रुद्रपुर। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार को गदरपुर क्षेत्र में निजी अस्पताल और पैथोलॉजी लैब का औचक निरीक्षण किया। खामियां मिलने पर एक पैथोलॉजी लैब को सील कर दिया जबकि तीन अस्पताल संचालकों को चेतावनी दी गई है।
एसीएमओ डॉ. हरेंद्र मलिक और पीसीपीएनडीटी के जिला समन्वयक प्रदीप महर ने गदरपुर स्थित सिंह अस्पताल का निरीक्षण किया। मौके पर कोई भी पंजीकृत डॉक्टर नहीं मिला। अस्पताल के स्वामी ने बताया कि वहां दो डॉक्टर तैनात हैं लेकिन निरीक्षण के दौरान कोई नहीं मिला। इसके बाद लाइफ केयर अस्पताल में भी डॉक्टर नहीं मिला। अस्पताल परिसर में स्थापित लाइफ केयर पैथोलॉजी लैब बगैर तकनीशियन के चल रही थी। इस पर टीम ने लैब को सील कर दिया। स्वास्थ्य टीम को गदरपुर के बेबी केयर अस्पताल में भी कोई डॉक्टर नहीं मिला जबकि अस्पताल स्वामी ने बताया एक महिला डॉक्टर नियुक्त है। तीनों अस्पताल संचालकों को डॉक्टरों के दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा गया है। यदि लापरवाही बरती गई तो नोटिस के बाद केस दर्ज किया जाएगा। वहां पर संजय पांडेय, रामस्वरूप आदि थे।
रुद्रपुर। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार को गदरपुर क्षेत्र में निजी अस्पताल और पैथोलॉजी लैब का औचक निरीक्षण किया। खामियां मिलने पर एक पैथोलॉजी लैब को सील कर दिया जबकि तीन अस्पताल संचालकों को चेतावनी दी गई है।
एसीएमओ डॉ. हरेंद्र मलिक और पीसीपीएनडीटी के जिला समन्वयक प्रदीप महर ने गदरपुर स्थित सिंह अस्पताल का निरीक्षण किया। मौके पर कोई भी पंजीकृत डॉक्टर नहीं मिला। अस्पताल के स्वामी ने बताया कि वहां दो डॉक्टर तैनात हैं लेकिन निरीक्षण के दौरान कोई नहीं मिला। इसके बाद लाइफ केयर अस्पताल में भी डॉक्टर नहीं मिला। अस्पताल परिसर में स्थापित लाइफ केयर पैथोलॉजी लैब बगैर तकनीशियन के चल रही थी। इस पर टीम ने लैब को सील कर दिया। स्वास्थ्य टीम को गदरपुर के बेबी केयर अस्पताल में भी कोई डॉक्टर नहीं मिला जबकि अस्पताल स्वामी ने बताया एक महिला डॉक्टर नियुक्त है। तीनों अस्पताल संचालकों को डॉक्टरों के दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा गया है। यदि लापरवाही बरती गई तो नोटिस के बाद केस दर्ज किया जाएगा। वहां पर संजय पांडेय, रामस्वरूप आदि थे।