सितारगंज। नगर में सौंदर्यीकरण का काम अधूरा होने से सड़कें क्षतिग्रस्त हैं। वहीं जलसंस्थान की ओर से अपनी पेयजल पाइप लाइनों को दुरुस्त करने के लिए जगह-जगह गड्ढे खोदे गए हैं जिससे सड़क और अधिक खराब हो रही है। जलसंस्थान के ये गड्ढे हादसों का सबब भी बनते जा रहे हैं।
नगरवासियों का कहना है कि विभाग की ओर से इस तरह कई अन्य जगहों पर गड्ढे खोदे गए। इन गड्ढों की मरम्मत न कर सिर्फ मिट्टी या कूड़े से पाट दिया जाता है। इससे आए दिन वाहन इन गड्ढों में फंसकर दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं।
रविवार को नगर के खटीमा मार्ग पर सिटी शॉप के सामने जलसंस्थान की ओर से पेयजल पाइप लाइन ठीक करने के लिए खोदे गए गड्ढे में पिकअप वाहन फंस गया। पिकअप वाहन करीब आधा घंटे तक गड्ढे में फंसा रहा।
बाद में वहां मौजूद लोगों ने ट्रैक्टर बुलाकर पिकअप को गड्ढे से बाहर निकलवाया। लोगों का कहना है कि इस तरह के गड्ढों में बाइक सवार भी गिरकर चोटिल हो रहे हैं। नगरवासियों ने नगर की सड़कों पर जगह-जगह खोदे गए गड्ढों की मरम्मत कराने की मांग की है। (संवाद)
सितारगंज। नगर में सौंदर्यीकरण का काम अधूरा होने से सड़कें क्षतिग्रस्त हैं। वहीं जलसंस्थान की ओर से अपनी पेयजल पाइप लाइनों को दुरुस्त करने के लिए जगह-जगह गड्ढे खोदे गए हैं जिससे सड़क और अधिक खराब हो रही है। जलसंस्थान के ये गड्ढे हादसों का सबब भी बनते जा रहे हैं।
नगरवासियों का कहना है कि विभाग की ओर से इस तरह कई अन्य जगहों पर गड्ढे खोदे गए। इन गड्ढों की मरम्मत न कर सिर्फ मिट्टी या कूड़े से पाट दिया जाता है। इससे आए दिन वाहन इन गड्ढों में फंसकर दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं।
रविवार को नगर के खटीमा मार्ग पर सिटी शॉप के सामने जलसंस्थान की ओर से पेयजल पाइप लाइन ठीक करने के लिए खोदे गए गड्ढे में पिकअप वाहन फंस गया। पिकअप वाहन करीब आधा घंटे तक गड्ढे में फंसा रहा।
बाद में वहां मौजूद लोगों ने ट्रैक्टर बुलाकर पिकअप को गड्ढे से बाहर निकलवाया। लोगों का कहना है कि इस तरह के गड्ढों में बाइक सवार भी गिरकर चोटिल हो रहे हैं। नगरवासियों ने नगर की सड़कों पर जगह-जगह खोदे गए गड्ढों की मरम्मत कराने की मांग की है। (संवाद)