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किच्छा। देश की युवा पीढ़ी अनपढ़ राजनेताओं के खिलाफ है। युवाओं का मानना है कि सिस्टम आनलाइन होने से भ्रष्टाचार से निजात मिलेगी। युवा पीढ़ी राजनीति में अपराधियों के आने से खासी परेशान है। अमर उजाला से बातचीत में युवकों ने अपने मन की बात कुछ इस तरह कही।
पंजाबी मोहल्ला निवासी देवांश गुप्ता अपना मतदाता पहचान पत्र बनने से खासे खुश हैं। सूरजमल अग्रवाल कालेज आफ इंजीनियरिंग में बी-टेक के छात्र देवांश का मानना है कि आम आदमी को करेप्शन अपने अंदर से हटाना चाहिए। उसे न रिश्वत देनी चाहिए और न लेनी चाहिए। उनका मानना है कि अन्ना द्वारा छेड़े गए आंदोलन को लागू करना चाहिए। उन्होंने लोकपाल बिल का पूरा समर्थन किया है। पंजाबी कालोनी निवासी बी-टेक के छात्र शुभम बत्रा भी अब 18 के हो गए हैं। मतदाता पहचान पत्र बनने से उत्साहित शुभम का कहना है कि सरकार में बैठे नेता देश के विकास के लिए कुछ न सोचकर आपस में लड़ते रहते हैं। उन्हाेंने कहा अनपढ़ों को सरकार में बैठकर सरकार चलाने की इजाजत नहीं होनी चाहिए। अपराध बढ़ने का अधिकांश कारण नेतागिरी है। शुभम ने कहा अगर पढ़े लिखे युवा नेतागिरी करेंगे तो निश्चित रूप से भ्रष्टाचार कम होगा। आवास विकास कालोनी निवासी साहिल पपनेजा ने कहा भ्रष्टाचार रोकने के लिए सारे सिस्टम आनलाइन होने चाहिए। उन्हाेंने कहा सरकार नौकरियों में इंटरव्यू के लिए इस तरह का रास्ता निकाले कि परीक्षा देने के बाद परीक्षार्थी को पता चल जाए कि वह पास है या फेल। इससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा। बलवंत कालोनी निवासी साहिल खुराना भी बी-टेक के छात्र हैं, उनका कहना है कि सिस्टम को आधुनिक करना होगा। राजनैतिक दलों को आपराधिक किस्म के लोगाें को पार्टी की सदस्यता नहीं देनी चाहिए।
किच्छा। देश की युवा पीढ़ी अनपढ़ राजनेताओं के खिलाफ है। युवाओं का मानना है कि सिस्टम आनलाइन होने से भ्रष्टाचार से निजात मिलेगी। युवा पीढ़ी राजनीति में अपराधियों के आने से खासी परेशान है। अमर उजाला से बातचीत में युवकों ने अपने मन की बात कुछ इस तरह कही।
पंजाबी मोहल्ला निवासी देवांश गुप्ता अपना मतदाता पहचान पत्र बनने से खासे खुश हैं। सूरजमल अग्रवाल कालेज आफ इंजीनियरिंग में बी-टेक के छात्र देवांश का मानना है कि आम आदमी को करेप्शन अपने अंदर से हटाना चाहिए। उसे न रिश्वत देनी चाहिए और न लेनी चाहिए। उनका मानना है कि अन्ना द्वारा छेड़े गए आंदोलन को लागू करना चाहिए। उन्होंने लोकपाल बिल का पूरा समर्थन किया है। पंजाबी कालोनी निवासी बी-टेक के छात्र शुभम बत्रा भी अब 18 के हो गए हैं। मतदाता पहचान पत्र बनने से उत्साहित शुभम का कहना है कि सरकार में बैठे नेता देश के विकास के लिए कुछ न सोचकर आपस में लड़ते रहते हैं। उन्हाेंने कहा अनपढ़ों को सरकार में बैठकर सरकार चलाने की इजाजत नहीं होनी चाहिए। अपराध बढ़ने का अधिकांश कारण नेतागिरी है। शुभम ने कहा अगर पढ़े लिखे युवा नेतागिरी करेंगे तो निश्चित रूप से भ्रष्टाचार कम होगा। आवास विकास कालोनी निवासी साहिल पपनेजा ने कहा भ्रष्टाचार रोकने के लिए सारे सिस्टम आनलाइन होने चाहिए। उन्हाेंने कहा सरकार नौकरियों में इंटरव्यू के लिए इस तरह का रास्ता निकाले कि परीक्षा देने के बाद परीक्षार्थी को पता चल जाए कि वह पास है या फेल। इससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा। बलवंत कालोनी निवासी साहिल खुराना भी बी-टेक के छात्र हैं, उनका कहना है कि सिस्टम को आधुनिक करना होगा। राजनैतिक दलों को आपराधिक किस्म के लोगाें को पार्टी की सदस्यता नहीं देनी चाहिए।