रुद्रपुर। उत्तर प्रदेश पुलिस ने संजय नगर खेड़ा में किराए में रह रही मेरठ निवासी तीन युवतियों को रात में दबिश में पकड़ लिया। जबकि उनके साथ रह रहे गाजियाबाद निवासी तीन युवक पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। बताया जा रहा है कि सभी युवक व युवतियां सिडकुल की फैक्ट्रियों में काम करते थे।
उत्तर प्रदेश के मेरठ व गाजियाबाद पुलिस ने मंगलवार की देर रात संजय नगर खेड़ा स्थित एक मकान में दबिश दी। इस दौरान पुलिस को देखते हुए मकान से तीन युवक भागने में कामयाब रहे। जबकि कमरे में मौजूद तीन युवतियों को पुलिस ने दबोच लिया और बाद में उन्हें अपने साथ ले गई। इससे मुहल्ले के लोगों में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि युवतियां मेरठ की और युवक गाजियाबाद के थे। वे संजय नगर खेड़ा में करीब तीन माह से किराए में रहकर सिडकुल की फैक्ट्रियाें में काम कर रहे थे। उत्तर प्रदेश पुलिस युवतियों को उठाकर क्यों ले गई, इसका कारण पता नहीं चल पाया है। इधर एसएसपी निलेश आनंद भरणे ने बताया कि मामले की उन्हें जानकारी नहीं है। उन्होंने संबंधित चौकी इंचार्ज को जांच के निर्देश दिए हैं।
रुद्रपुर। उत्तर प्रदेश पुलिस ने संजय नगर खेड़ा में किराए में रह रही मेरठ निवासी तीन युवतियों को रात में दबिश में पकड़ लिया। जबकि उनके साथ रह रहे गाजियाबाद निवासी तीन युवक पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। बताया जा रहा है कि सभी युवक व युवतियां सिडकुल की फैक्ट्रियों में काम करते थे।
उत्तर प्रदेश के मेरठ व गाजियाबाद पुलिस ने मंगलवार की देर रात संजय नगर खेड़ा स्थित एक मकान में दबिश दी। इस दौरान पुलिस को देखते हुए मकान से तीन युवक भागने में कामयाब रहे। जबकि कमरे में मौजूद तीन युवतियों को पुलिस ने दबोच लिया और बाद में उन्हें अपने साथ ले गई। इससे मुहल्ले के लोगों में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि युवतियां मेरठ की और युवक गाजियाबाद के थे। वे संजय नगर खेड़ा में करीब तीन माह से किराए में रहकर सिडकुल की फैक्ट्रियाें में काम कर रहे थे। उत्तर प्रदेश पुलिस युवतियों को उठाकर क्यों ले गई, इसका कारण पता नहीं चल पाया है। इधर एसएसपी निलेश आनंद भरणे ने बताया कि मामले की उन्हें जानकारी नहीं है। उन्होंने संबंधित चौकी इंचार्ज को जांच के निर्देश दिए हैं।