काशीपुर। आगामी शिक्षा सत्र जुलाई से महिला आईटीआई काशीपुर और जसपुर में कई अत्याधुनिक ट्रेड खुल रहे हैं। जसपुर की आईटीआई के लिए पीपीपी मोड योजना में ढाई करोड़ और महिला आईटीआई काशीपुर के लिए 50 लाख रुपये के उपकरणों की खरीद को मंजूरी मिल गई है।
जसपुर की आईटीआई में पीपीपी मोड (पब्लिक प्राइवेट पार्टरशिप) के अंतर्गत दिल्ली की संस्था आईएमसी ढाई करोड़ की लागत से आधुनिकरण करेगी। प्राप्त धनराशि 30 साल में चुकानी पड़ेगी और इसकी किस्त 10 साल बाद से देनी आरंभ होगी। वहीं काशीपुर की महिला आईटीआई में सरकार 50 लाख रुपयों के अत्याधुनिक उपकरण खरीद कर नए ट्रेड शुरू करने जा रही है। आईटीआई के प्रधानाचार्य जसवंत सिंह जलाल ने बताया कि महिला आईटीआई काशीपुर में जुलाई माह से डाटा ऑपरेटर, फैशन टेक्नोलॉजी, लाइब्रेरी इन्फॉरमेशन साइंस, नेटवर्क टेक्नोलॉजी, हेयर एंड स्किन केयर, कंप्यूटर हार्डवेयर के ट्रेड खुलने जा रहे हैं। जसपुर आईटीआई में लैब असिस्टेंट केमिकल, इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रीकल, फैशन टेक्नोलॉजी और बेल्डर ट्रेड खोले जा रहे हैं। इसके लिए सरकार जल्दी ही इंस्ट्रक्टर की नियुुुुक्ति करने जा रही है।
महिला आईटीआई पर गन्ना विकास विभाग काबिज
काशीपुर। काशीपुर की महिला आईटीआई श्रम विभाग के जीर्णशीर्ण भवन में चल रही है। आईटीआई परिसर में महिला आईटीआई भवन का पिछले साल निर्माण हो चुका है। लेकिन आईआईएम ने जब गन्ना विकास विभाग के मुख्यालय में अपना कैंपस शुरू किया तो शासन ने गन्ना विकास विभाग का मुख्यालय महिला आईटीआई के नवनिर्मित भवन में स्थापित कर दिया। इससे अब छात्राओं के सामने गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है।
देशभर के प्रशिक्षु काशीपुर आईटीआई में देते हैं परीक्षा
काशीपुर। काशीपुर की आईटीआई की पहचान देशभर में है। आईटीआई के प्रधानाचार्य जसवंत सिंह जलाल ने बताया कि क्षेत्र के कल-कारखानों में अप्रेंटिस का कार्यकाल पूरा कर काशीपुर आईटीआई के माध्यम से परीक्षा दी जाती है। इसके बाद उन्हें प्रमाण पत्र मिलता है। काशीपुर आईटीआई के माध्यम से देशभर के प्रशिक्षु परीक्षा देते हैं।
काशीपुर। आगामी शिक्षा सत्र जुलाई से महिला आईटीआई काशीपुर और जसपुर में कई अत्याधुनिक ट्रेड खुल रहे हैं। जसपुर की आईटीआई के लिए पीपीपी मोड योजना में ढाई करोड़ और महिला आईटीआई काशीपुर के लिए 50 लाख रुपये के उपकरणों की खरीद को मंजूरी मिल गई है।
जसपुर की आईटीआई में पीपीपी मोड (पब्लिक प्राइवेट पार्टरशिप) के अंतर्गत दिल्ली की संस्था आईएमसी ढाई करोड़ की लागत से आधुनिकरण करेगी। प्राप्त धनराशि 30 साल में चुकानी पड़ेगी और इसकी किस्त 10 साल बाद से देनी आरंभ होगी। वहीं काशीपुर की महिला आईटीआई में सरकार 50 लाख रुपयों के अत्याधुनिक उपकरण खरीद कर नए ट्रेड शुरू करने जा रही है। आईटीआई के प्रधानाचार्य जसवंत सिंह जलाल ने बताया कि महिला आईटीआई काशीपुर में जुलाई माह से डाटा ऑपरेटर, फैशन टेक्नोलॉजी, लाइब्रेरी इन्फॉरमेशन साइंस, नेटवर्क टेक्नोलॉजी, हेयर एंड स्किन केयर, कंप्यूटर हार्डवेयर के ट्रेड खुलने जा रहे हैं। जसपुर आईटीआई में लैब असिस्टेंट केमिकल, इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रीकल, फैशन टेक्नोलॉजी और बेल्डर ट्रेड खोले जा रहे हैं। इसके लिए सरकार जल्दी ही इंस्ट्रक्टर की नियुुुुक्ति करने जा रही है।
महिला आईटीआई पर गन्ना विकास विभाग काबिज
काशीपुर। काशीपुर की महिला आईटीआई श्रम विभाग के जीर्णशीर्ण भवन में चल रही है। आईटीआई परिसर में महिला आईटीआई भवन का पिछले साल निर्माण हो चुका है। लेकिन आईआईएम ने जब गन्ना विकास विभाग के मुख्यालय में अपना कैंपस शुरू किया तो शासन ने गन्ना विकास विभाग का मुख्यालय महिला आईटीआई के नवनिर्मित भवन में स्थापित कर दिया। इससे अब छात्राओं के सामने गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है।
देशभर के प्रशिक्षु काशीपुर आईटीआई में देते हैं परीक्षा
काशीपुर। काशीपुर की आईटीआई की पहचान देशभर में है। आईटीआई के प्रधानाचार्य जसवंत सिंह जलाल ने बताया कि क्षेत्र के कल-कारखानों में अप्रेंटिस का कार्यकाल पूरा कर काशीपुर आईटीआई के माध्यम से परीक्षा दी जाती है। इसके बाद उन्हें प्रमाण पत्र मिलता है। काशीपुर आईटीआई के माध्यम से देशभर के प्रशिक्षु परीक्षा देते हैं।