रुद्रपुर। सिंचाई कार्य कराने के राष्ट्रीय मार्ग खंड लोनिवि के दावे एक बार फिर हवाई साबित हो गए हैं, नतीजतन सिडकुल मोड़ पर लगाए गए 15350 पौधे सूखने की कगार पर पहुंच गए हैं। भीषण गर्मी में पौधों को पानी की एक बूंद तक नसीब नहीं हो रही है, इससे आहत पर्यावरण कार्यकर्ता और सिडकुल मोड़ के पौधों को सूखने से बचाने के लिए अनशन शुरू करने वाले डा. आशुतोष पंत ने पौधों को बचाने के लिए जिलाधिकारी से तत्काल आवश्यक कार्यवाही कराने की मांग की है। अतिशीघ्र सिंचाई कार्य प्रारंभ न होने पर आंदोलन का ऐलान किया है।
पर्यावरण कार्यकर्ता डा. पंत का कहना है 11 मई को पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार कलक्ट्रेट परिसर में अनशन शुरू किया था। इसका संज्ञान लेते हुए डीएम ने आश्वासन दिया था और राष्ट्रीय मार्ग खंड लोनिवि हल्द्वानी के अधिकारियों ने मौके पर लिखित रूप से सिंचाई कराने का भरोसा दिया था, लेकिन दो-चार दिन टैंकरों से पानी डलवाने के बाद सिंचाई कार्य बंद कर दिया गया है, इससे हजारों पौधे फिर से सूखने लगे हैं। उनका कहना है इस बाबत वे गुरुवार को एक प्रतिनिधिमंडल के साथ एनएच खंड लोनिवि हल्द्वानी दफ्तर में ईई से मिले। ईई ने एई को सिंचाईं कार्य कराने के लिखित निर्देश दिए, लेकिन एई अब भी बहानेबाजी कर रहे हैं। डा. पंत का कहना यदि इस बहानेबाजी के बीच पौधे एक बार सूख गए तो उन्हें हरा-भरा होने में काफी वक्त लग जाएगा, हो सकता है कोई पौधे निर्जीव हो जाएं। यदि जल्द सिंचाई कार्य नहीं कराया गया तो तमाम समाजसेवियों और पर्यावरणविदों को साथ लेकर आंदोलन छेड़ा जाएगा। उन्होेंने स्थानीय लोगों को और सिडकुल के उद्यमियों से पौधों को बचाने के लिए आगे आने की अपील की है।