रुद्रपुर। जिले के नवागंतुक मुख्य विकास अधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने पदभार संभालने के महज तीन दिन बाद ही विकास कार्यों में प्रमुखता से रुचि लेनी शुुरू कर दी है। इसके तहत खटीमा विकास खंड को आंध्र प्रदेश की तर्ज पर विकसित करने के लिए पांच करोड़ 90 लाख के कार्यों का प्रस्ताव बीएडीपी योजना में बनाकर शासन को भेज दिया गया है। केंद्र से बजट स्वीकृत होते ही विकास कार्य शुुरू करा दिए जायेंगे। इसका लाभ खटीमा क्षेत्र में रहने वाले कमजोर तबके के लोगों को मिलेगा।
मुख्य विकास अधिकारी ने सौ प्रतिशत पशुपालकों को कुक्कुट पालन से जोड़ने के निर्देश भी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ एमएस नयाल को दे दिए हैं। बार्डर एरिया डेवलेपमेंट प्रोग्राम (बीएडीपी) के तहत सीमांत क्षेत्र खटीमा में वर्ष 2012-13 के लिए 5 करोड़ 90 लाख की राशि के विकास कार्य प्रस्तावित किए गए हैं। इसके तहत शिक्षा विभाग के दस कक्षा कक्ष के लिए (8*6मी) 60 लाख, पशुपालन कार्यों के लिए 55 लाख, उद्यान विभाग को दस पॉलीहाउस निर्माण के लिए 10.60 लाख, डेरी समितियों में इलेक्ट्रानिक उपकरण के लिए 42.50 लाख, सिंचाई एवं भू-कटाव सुरक्षा हेतु 118 लाख, खड़जा/सीसी मार्ग/ पुलिया निर्माण के लिए178 लाख, पेयजल टंकी हेतु 30 लाख, पंप हाउस निर्माण के लिए 29 लाख और प्रशिक्षण, जनमिलन केंद्र एवं आंगनबाड़ी केंद्र के लिए 64.22 लाख रुपये प्रस्तावित किए गए हैं। इस प्रस्ताव को शासन को भेज दिया गया है। देहरादून में प्रस्ताव पर चर्चा के बाद इसे केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। वहां से बजट मिलते ही काम शुुरू करा दिया जाएगा उम्मीद है
-पूरे जिले का विकास प्राथमिकता है। फिलहाल आंध्र की तर्ज पर पाइलट प्रोजेक्ट के रूप में खटीमा में बीएडीपी के तहत विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इसके लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है। इसी तरह अन्य योजनाओं में सभी ब्लाकों में विकास तेजी से कराए जाएगा।
धीराज सिंह गर्ब्याल, सीडीओ, ऊधमसिंह नगर
रुद्रपुर। जिले के नवागंतुक मुख्य विकास अधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने पदभार संभालने के महज तीन दिन बाद ही विकास कार्यों में प्रमुखता से रुचि लेनी शुुरू कर दी है। इसके तहत खटीमा विकास खंड को आंध्र प्रदेश की तर्ज पर विकसित करने के लिए पांच करोड़ 90 लाख के कार्यों का प्रस्ताव बीएडीपी योजना में बनाकर शासन को भेज दिया गया है। केंद्र से बजट स्वीकृत होते ही विकास कार्य शुुरू करा दिए जायेंगे। इसका लाभ खटीमा क्षेत्र में रहने वाले कमजोर तबके के लोगों को मिलेगा।
मुख्य विकास अधिकारी ने सौ प्रतिशत पशुपालकों को कुक्कुट पालन से जोड़ने के निर्देश भी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ एमएस नयाल को दे दिए हैं। बार्डर एरिया डेवलेपमेंट प्रोग्राम (बीएडीपी) के तहत सीमांत क्षेत्र खटीमा में वर्ष 2012-13 के लिए 5 करोड़ 90 लाख की राशि के विकास कार्य प्रस्तावित किए गए हैं। इसके तहत शिक्षा विभाग के दस कक्षा कक्ष के लिए (8*6मी) 60 लाख, पशुपालन कार्यों के लिए 55 लाख, उद्यान विभाग को दस पॉलीहाउस निर्माण के लिए 10.60 लाख, डेरी समितियों में इलेक्ट्रानिक उपकरण के लिए 42.50 लाख, सिंचाई एवं भू-कटाव सुरक्षा हेतु 118 लाख, खड़जा/सीसी मार्ग/ पुलिया निर्माण के लिए178 लाख, पेयजल टंकी हेतु 30 लाख, पंप हाउस निर्माण के लिए 29 लाख और प्रशिक्षण, जनमिलन केंद्र एवं आंगनबाड़ी केंद्र के लिए 64.22 लाख रुपये प्रस्तावित किए गए हैं। इस प्रस्ताव को शासन को भेज दिया गया है। देहरादून में प्रस्ताव पर चर्चा के बाद इसे केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। वहां से बजट मिलते ही काम शुुरू करा दिया जाएगा उम्मीद है
-पूरे जिले का विकास प्राथमिकता है। फिलहाल आंध्र की तर्ज पर पाइलट प्रोजेक्ट के रूप में खटीमा में बीएडीपी के तहत विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इसके लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है। इसी तरह अन्य योजनाओं में सभी ब्लाकों में विकास तेजी से कराए जाएगा।
धीराज सिंह गर्ब्याल, सीडीओ, ऊधमसिंह नगर