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चंबा-मसूरी फलपट्टी क्षेत्र में स्थित शोध प्रसार केंद्र काणाताल के कर्मचारियों ने पेयजल योजना में काम कर रहे मजदूरों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों के साथ एसएसपी से मिलने आए कर्मचारियों ने कहा कि पुलिस को सूचना देने के बाद मौके पर पहुंचे चंबा थानाध्यक्ष रिपोर्ट दर्ज करने के बजाए पीड़ितों को ही धमकाने लगे। कर्मचारियों ने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
एसएसपी तृप्ति भट्ट को दिए ज्ञापन में पीड़ित कर्मचारियों ने बताया कि 12 जनवरी को कुछ मजदूर शोध केंद्र में घुसकर पाइप लाइन बिछाने के लिए खुदाई कर रहे थे। उनसे खुदाई करने का अनुमति पत्र मांगा गया, तो मजदूर गाली-गलौच कर चले गए। अपराह्न ढाई बजे आठ मजदूर फिर से परिसर में घुसे, तो हम उनके सुपरवाइजर विवेक उनियाल से वार्ता कर रहे थे। इतने में मजदूरों ने मिलकर केंद्र कर्मी विरेंद्र सिंह पर जानलेवा हमला कर दिया। उन्होंने बीच-बचाव करने आए साथी कर्मचारी आशीष सेमवाल और राजेंद्र प्रसाद से भी मारपीट की। पीड़ित कर्मी ने बताया कि पुलिस को सूचना देने वहां पहुंचे चंबा थानाध्यक्ष सुंदरम शर्मा पीड़ितों को ही धमकाने लगे। थानाध्यक्ष के बुलाने पर वह चंबा थाने में पहुंचे तो वहां रिपोर्ट दर्ज करने के बजाए फिर से पीड़ितों को धमकाने लगे। पीड़ितों ने एसएसपी से आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
इस बाबत एसएसपी ने कहा कि चंबा थाने में दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं। ज्ञापन देने वालों में पीड़ित कर्मियों सहित उत्तराखंड जन एकता पार्टी के जिलाध्यक्ष संजय मैठाणी, रागिनी भट्ट, गोविंद बिष्ट, भूपेंद्र रावत, अमित रतूड़ी, यशपाल पंवार, मस्तराम, सुनील चंद, सुधीर चंद, धीरचंद, चुन्नीलाल आदि शामिल थे।
चंबा-मसूरी फलपट्टी क्षेत्र में स्थित शोध प्रसार केंद्र काणाताल के कर्मचारियों ने पेयजल योजना में काम कर रहे मजदूरों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों के साथ एसएसपी से मिलने आए कर्मचारियों ने कहा कि पुलिस को सूचना देने के बाद मौके पर पहुंचे चंबा थानाध्यक्ष रिपोर्ट दर्ज करने के बजाए पीड़ितों को ही धमकाने लगे। कर्मचारियों ने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
एसएसपी तृप्ति भट्ट को दिए ज्ञापन में पीड़ित कर्मचारियों ने बताया कि 12 जनवरी को कुछ मजदूर शोध केंद्र में घुसकर पाइप लाइन बिछाने के लिए खुदाई कर रहे थे। उनसे खुदाई करने का अनुमति पत्र मांगा गया, तो मजदूर गाली-गलौच कर चले गए। अपराह्न ढाई बजे आठ मजदूर फिर से परिसर में घुसे, तो हम उनके सुपरवाइजर विवेक उनियाल से वार्ता कर रहे थे। इतने में मजदूरों ने मिलकर केंद्र कर्मी विरेंद्र सिंह पर जानलेवा हमला कर दिया। उन्होंने बीच-बचाव करने आए साथी कर्मचारी आशीष सेमवाल और राजेंद्र प्रसाद से भी मारपीट की। पीड़ित कर्मी ने बताया कि पुलिस को सूचना देने वहां पहुंचे चंबा थानाध्यक्ष सुंदरम शर्मा पीड़ितों को ही धमकाने लगे। थानाध्यक्ष के बुलाने पर वह चंबा थाने में पहुंचे तो वहां रिपोर्ट दर्ज करने के बजाए फिर से पीड़ितों को धमकाने लगे। पीड़ितों ने एसएसपी से आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
इस बाबत एसएसपी ने कहा कि चंबा थाने में दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं। ज्ञापन देने वालों में पीड़ित कर्मियों सहित उत्तराखंड जन एकता पार्टी के जिलाध्यक्ष संजय मैठाणी, रागिनी भट्ट, गोविंद बिष्ट, भूपेंद्र रावत, अमित रतूड़ी, यशपाल पंवार, मस्तराम, सुनील चंद, सुधीर चंद, धीरचंद, चुन्नीलाल आदि शामिल थे।