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तिलवाड़ा। जखोली ब्लॉक की ग्राम पंचायत कंडाली में 12 वर्षों बाद आयोजित नौ दिवसीय मां इंद्रासणी महायज्ञ का पूर्णाहुति के साथ समापन हो गया है।
बता दें कि सिलगढ़ पट्टी की मां इंद्रासणी ने दिसंबर/जनवरी में डेढ़ माह तक दिवारा (देव भ्रमण) किया था। दिवारा समाप्ति के बाद 17 जनवरी से इंद्रासणी मंदिर में नौ दिवसीय महायज्ञ का आयोजन किया गया। शुक्रवार को पूर्णाहुति के साथ महायज्ञ का समापन हुआ। इसके पश्चात मां की डोली ने मंदिर की परिक्रमा की और मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो गई।
इस मौके पर क्यूंकालेश्वर मंदिर पौड़ी के महंत अभयचैत्यानंद महाराज ने माता इंद्रासणी का इतिहास पुस्तक का विमोचन किया। उक्त पुस्तक मंदिर के मठाधीश देवी प्रसाद भट्ट द्वारा अपने पुत्र स्वर्गीय सुभाष भट्ट की स्मृति में लिखी गई है। महायज्ञ समिति के संरक्षक श्रीकृष्ण भट्ट ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इसके पश्चात तिलक वितरण समारोह आयोजित किया। अतिथियों को माता के स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। समिति के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया।
तिलवाड़ा। जखोली ब्लॉक की ग्राम पंचायत कंडाली में 12 वर्षों बाद आयोजित नौ दिवसीय मां इंद्रासणी महायज्ञ का पूर्णाहुति के साथ समापन हो गया है।
बता दें कि सिलगढ़ पट्टी की मां इंद्रासणी ने दिसंबर/जनवरी में डेढ़ माह तक दिवारा (देव भ्रमण) किया था। दिवारा समाप्ति के बाद 17 जनवरी से इंद्रासणी मंदिर में नौ दिवसीय महायज्ञ का आयोजन किया गया। शुक्रवार को पूर्णाहुति के साथ महायज्ञ का समापन हुआ। इसके पश्चात मां की डोली ने मंदिर की परिक्रमा की और मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो गई।
इस मौके पर क्यूंकालेश्वर मंदिर पौड़ी के महंत अभयचैत्यानंद महाराज ने माता इंद्रासणी का इतिहास पुस्तक का विमोचन किया। उक्त पुस्तक मंदिर के मठाधीश देवी प्रसाद भट्ट द्वारा अपने पुत्र स्वर्गीय सुभाष भट्ट की स्मृति में लिखी गई है। महायज्ञ समिति के संरक्षक श्रीकृष्ण भट्ट ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इसके पश्चात तिलक वितरण समारोह आयोजित किया। अतिथियों को माता के स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। समिति के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया।