जिला सभागार में हुई बैठक में जानकारी देते डीएएफओ डॉ. विनय कुमार भार्गव।
- फोटो : PITHORAGARH
पिथौरागढ़। जंगल की आग की घटनाओं पर रोकथाम और नियंत्रण के लिए डीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें वनाग्नि कार्य योजना 2021 को लेकर चर्चा की गई। डीएफओ ने बताया कि वनाग्नि की रोकथाम के लिए विभिन्न वन क्षेत्रों में 1460 किलोमीटर फायर लाइन का निर्माण किया गया है।
बुधवार को डीएम डॉ. विजय कुमार जोगदंडे की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में डीएफओ डॉ. विनय कुमार भार्गव ने बताया कि वर्ष 2020 में कोरोना काल के दौरान वनाग्नि की कुल 26 घटनाएं हुई, जिसमें 28 हेक्टेयर वन भूमि प्रभावित हुआ। उन्होंने बताया कि जिले में वनाग्नि की रोकथाम के लिए विभिन्न वन क्षेत्रों में 1460 किलोमीटर फायर लाइन का निर्माण किया गया है। इसके अतिरिक्त 77 क्रू स्टेशन बनाए गए हैं, जिन्हें एक्टिव कर दिया है। विभिन्न क्षेत्रों में पांच वॉच टावर भी बनाए गए हैं।
उन्होंने डीएम से जिले के किसी भी क्षेत्र में वनाग्नि की घटना होने पर प्रशासन से सूचना उपलब्ध कराने का अनुरोध किया ताकि समय से नियंत्रण किया जा सके। बैठक में 14 बटालियन आईटीबीपी से कमांडिंग ऑफिसर नरेंद्र कुमार, 130 टीए बटालियन से सूबेदार अजय मोहन, जगदीश सिंह, ईई पीएमजीएसवाई नागेंद्र बहादुर, एसएस उपाध्यक्ष, उप प्रभागीय वनाधिकारी एनसी पंत, अग्निशमन अधिकारी नरेंद्र प्रसाद, सरपंच प्रवीन चंद मौजूद रहे।
पिथौरागढ़। जंगल की आग की घटनाओं पर रोकथाम और नियंत्रण के लिए डीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें वनाग्नि कार्य योजना 2021 को लेकर चर्चा की गई। डीएफओ ने बताया कि वनाग्नि की रोकथाम के लिए विभिन्न वन क्षेत्रों में 1460 किलोमीटर फायर लाइन का निर्माण किया गया है।
बुधवार को डीएम डॉ. विजय कुमार जोगदंडे की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में डीएफओ डॉ. विनय कुमार भार्गव ने बताया कि वर्ष 2020 में कोरोना काल के दौरान वनाग्नि की कुल 26 घटनाएं हुई, जिसमें 28 हेक्टेयर वन भूमि प्रभावित हुआ। उन्होंने बताया कि जिले में वनाग्नि की रोकथाम के लिए विभिन्न वन क्षेत्रों में 1460 किलोमीटर फायर लाइन का निर्माण किया गया है। इसके अतिरिक्त 77 क्रू स्टेशन बनाए गए हैं, जिन्हें एक्टिव कर दिया है। विभिन्न क्षेत्रों में पांच वॉच टावर भी बनाए गए हैं।
उन्होंने डीएम से जिले के किसी भी क्षेत्र में वनाग्नि की घटना होने पर प्रशासन से सूचना उपलब्ध कराने का अनुरोध किया ताकि समय से नियंत्रण किया जा सके। बैठक में 14 बटालियन आईटीबीपी से कमांडिंग ऑफिसर नरेंद्र कुमार, 130 टीए बटालियन से सूबेदार अजय मोहन, जगदीश सिंह, ईई पीएमजीएसवाई नागेंद्र बहादुर, एसएस उपाध्यक्ष, उप प्रभागीय वनाधिकारी एनसी पंत, अग्निशमन अधिकारी नरेंद्र प्रसाद, सरपंच प्रवीन चंद मौजूद रहे।