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पिथौरागढ़। देश में 16वें लोकसभा चुनावों की रणभेरी बज चुकी है। अल्मोड़ा संसदीय सीट (एससी सुरक्षित) में इस बार भी मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही दिखाई दे रहा है। 2009 के लोकसभा चुनावों में जिले की चार विधानसभा सीटों में कांग्रेस और भाजपा दो-दो सीटों में आगे रही थी। भाजपा के मुकाबले कांग्रेस को 4637 वोटों की बढ़त थी। पिछले चुनावों में सबसे ज्यादा बढ़त कांग्रेस को पिथौरागढ़ विधानसभा सीट में मिली थी।
2009 के चुनावों में पिथौरागढ़ विधानसभा सीट में कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप टम्टा को 19019 मत मिले। भाजपा प्रत्याशी अजय टम्टा को 12304 मत प्राप्त हुए। बसपा के बहादुर राम धौनी को 1665, निर्दलीय हरि राम 504 को छोड़कर अन्य छह प्रत्याशी पांच सौ का आंकड़ा पार नहीं कर पाए। कांग्रेस को इस सीट में 6715 वोटों की बढ़त मिली थी। गंगोलीहाट विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को 16159 मत मिले थे। भाजपा को 12561 मत मिले थे। बसपा को 3457, निर्दलीय हरि राम 903, उक्रांद के रंजीत विश्वकर्मा 604, अन्य पांच प्रत्याशी साढ़े चार सौ वोटों से नीचे सिमट गए। इस सीट में भाजपा के मुकाबले कांग्रेस 3598 वोटों से आगे रही थी।
डीडीहाट विधानसभा सीट में भाजपा को 15415 मत मिले। कांग्रेस को 12093 प्राप्त हुए। बसपा को 1362, उक्रांद को 830, हरि राम को 705 मत मिले। अन्य प्रत्याशी तीन सौ के आंकड़े को नहीं छू पाए। इस सीट में भाजपा 3322 वोटों से आगे रही थी। धारचूला विधानसभा सीट में भाजपा को 12452 मत प्राप्त हुए। कांग्रेस को 10098 मत मिले। उक्रांद को 3519, बसपा को 2755, भाकपा माले प्रत्याशी सुषमा को 863, हरि राम पर 846 लोगों ने विश्वास जताया। अन्य प्रत्याशी साढ़े तीन सौ का आंकड़ा नहीं छू पाए। इस सीट में 2354 मतों से भाजपा आगे रही थी। इस बार भी भाजपा ने अजय टम्टा पर ही विश्वास जताया है, कांग्रेस ने हालांकि प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। वर्तमान सांसद प्रदीप टम्टा ही चुनाव मैदान में भाजपा प्रत्याशी से दो-दो हाथ करते दिखाई देंगे, इसमें कोई संशय नहीं है।
पिथौरागढ़। देश में 16वें लोकसभा चुनावों की रणभेरी बज चुकी है। अल्मोड़ा संसदीय सीट (एससी सुरक्षित) में इस बार भी मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही दिखाई दे रहा है। 2009 के लोकसभा चुनावों में जिले की चार विधानसभा सीटों में कांग्रेस और भाजपा दो-दो सीटों में आगे रही थी। भाजपा के मुकाबले कांग्रेस को 4637 वोटों की बढ़त थी। पिछले चुनावों में सबसे ज्यादा बढ़त कांग्रेस को पिथौरागढ़ विधानसभा सीट में मिली थी।
2009 के चुनावों में पिथौरागढ़ विधानसभा सीट में कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप टम्टा को 19019 मत मिले। भाजपा प्रत्याशी अजय टम्टा को 12304 मत प्राप्त हुए। बसपा के बहादुर राम धौनी को 1665, निर्दलीय हरि राम 504 को छोड़कर अन्य छह प्रत्याशी पांच सौ का आंकड़ा पार नहीं कर पाए। कांग्रेस को इस सीट में 6715 वोटों की बढ़त मिली थी। गंगोलीहाट विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को 16159 मत मिले थे। भाजपा को 12561 मत मिले थे। बसपा को 3457, निर्दलीय हरि राम 903, उक्रांद के रंजीत विश्वकर्मा 604, अन्य पांच प्रत्याशी साढ़े चार सौ वोटों से नीचे सिमट गए। इस सीट में भाजपा के मुकाबले कांग्रेस 3598 वोटों से आगे रही थी।
डीडीहाट विधानसभा सीट में भाजपा को 15415 मत मिले। कांग्रेस को 12093 प्राप्त हुए। बसपा को 1362, उक्रांद को 830, हरि राम को 705 मत मिले। अन्य प्रत्याशी तीन सौ के आंकड़े को नहीं छू पाए। इस सीट में भाजपा 3322 वोटों से आगे रही थी। धारचूला विधानसभा सीट में भाजपा को 12452 मत प्राप्त हुए। कांग्रेस को 10098 मत मिले। उक्रांद को 3519, बसपा को 2755, भाकपा माले प्रत्याशी सुषमा को 863, हरि राम पर 846 लोगों ने विश्वास जताया। अन्य प्रत्याशी साढ़े तीन सौ का आंकड़ा नहीं छू पाए। इस सीट में 2354 मतों से भाजपा आगे रही थी। इस बार भी भाजपा ने अजय टम्टा पर ही विश्वास जताया है, कांग्रेस ने हालांकि प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। वर्तमान सांसद प्रदीप टम्टा ही चुनाव मैदान में भाजपा प्रत्याशी से दो-दो हाथ करते दिखाई देंगे, इसमें कोई संशय नहीं है।