थल । पांखू के कोटगाड़ी (कोकिला) मंदिर में महाशिवपुराण शुरू हो गया है। आयोजन के पहले दिन ही मंदिर में लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। महायज्ञ के व्यास पंडित चंद्रशेखर पाठक ने भगवान शंकर की महिमा का बखान किया।
महंत योगानंद महाराज के आयोजकत्व में हो रहे महाशिवपुराण में भाग लेने के लिए तमाम जगहों से महात्माओं का कोटगाड़ी मंदिर में पहुंचना शुरू हो गया है। भारी संख्या में देवी के भक्त मंदिर में पहुंचे हुए हैं। शनिवार को पहले दिन कोकिला माता को पंचामृत से मंगल स्नान कराया गया। इसके पश्चात रुद्राभिषेक कार्यक्रम हुआ। ब्राह्मणों ने रुद्रि का पाठ किया। अपराह्न में आयोजन के व्यास कमेड़ी देवी स्थित संस्कृत महाविद्यालय के प्रधानाचार्य पं. चंद्रशेखर पाठक ने लोगों को भगवान शंकर की महिमा बताई।
उन्होंने सदाशिव को भक्तों पर दया करने वाला बताते हुए कहा कि भगवान शंकर मात्र विल्वपत्र, पुष्प और जल चढ़ाने से ही प्रसन्न हो जाते हैं। भगवान शिव की शरण में जाने वाला मानव कभी दु:खी नहीं रहता। उन्होेंने लोगों से सत्कर्म की ओर ध्यान लगाने की अपील करते हुए कहा कि कलयुग में केवल नाम जपने से ही लोगों का तारण हो सकता है। महायज्ञ का पारायण 12 जून को विशाल भंडारे के साथ होगा।