घनसाली (टिहरी)। बालगंगा महाविद्यालय सेंदुल केमर में मंगलवार को एड्स जागरुकता व कन्या भ्रूणहत्या विषय पर विचार गोष्ठी आयोजित की गई। घटते लिंगानुपात पर वक्ताओं ने चिंता जताते हुए कहा कि गंाव-गांव जाकर लोगों को जागरुक करने की जिम्मेदारी युवाओं की है।
गोष्ठी का शुभारंभ करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डा.एसडी जोशी ने कहा कि एड्स एक भयावह समस्या है। यह सक्रंमण रोग नहीं है। यह साथ खाने और बैठने से नहीं फैलता है। जागरुकता के माध्यम से इसकी रोकथाम संभव है। इसके लिए छात्र-छात्राओं को गांवों में गोष्ठियां कर लोगों को जागरुक करना जरूरी है। एनएसएस की प्रभारी डा. रेखा बहुगुणा, विपिन उनियाल, सरिता बहुगुणा, पुरूषोत्तम, डीएस भंडारी, जेपी भट्ट ने भी जागरुकता पर बल दिया। वक्ताओं ने लड़कियों की कम होती संख्या को भविष्य के लिए अशुभ संकेत बताया। महिलाओं पर बढ़ते अपराध और अत्याचारों के प्रति समाज के नजरिए को बदलने की जरूरत बताई।