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पौड़ी। नागरिक कल्याण मंच व पौड़ी बचाओ संघर्ष समिति ने एनआईटी स्थानांतरण को सरकार की नाकामी करार दिया है। मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर मंच व समिति ने एनआईटी के श्रीनगर से बाहर जाने पर कड़ा आक्रोश जताया है।
बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एक चुनावी जनसभा को संबोधित करने पौड़ी पहुंचे। यहां नागरिक कल्याण मंच के पदाधिकारियों व पौड़ी बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक ने उन्हें ज्ञापन सौंपकर एनआईटी को श्रीनगर से बाहर ले जाने की सुगबुगाहट को हैरानी भरा बताया। मंच के अध्यक्ष रघुवीर सिंह रावत व महासचिव केदार सिंह गुसाईं और समिति के संयोजक नमन चंदोला ने कहा कि वर्ष 2009 में प्रदेश को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) उत्तराखंड मिला था, लेकिन सरकारों की नाकामी के चलते करीब दस वर्ष बाद भी एनआईटी को स्थायी परिसर नहीं मिल पाया है। ज्ञापन देने वालों में मंच के सचिव भगवान सिंह टम्टा, मनोज रावत, सुदर्शन बिष्ट, एनएस नेगी, विनोद रावत, गौरव सागर, जीसी नैथानी व रोहित गुसाईं आदि शामिल थे।
पौड़ी। नागरिक कल्याण मंच व पौड़ी बचाओ संघर्ष समिति ने एनआईटी स्थानांतरण को सरकार की नाकामी करार दिया है। मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर मंच व समिति ने एनआईटी के श्रीनगर से बाहर जाने पर कड़ा आक्रोश जताया है।
बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एक चुनावी जनसभा को संबोधित करने पौड़ी पहुंचे। यहां नागरिक कल्याण मंच के पदाधिकारियों व पौड़ी बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक ने उन्हें ज्ञापन सौंपकर एनआईटी को श्रीनगर से बाहर ले जाने की सुगबुगाहट को हैरानी भरा बताया। मंच के अध्यक्ष रघुवीर सिंह रावत व महासचिव केदार सिंह गुसाईं और समिति के संयोजक नमन चंदोला ने कहा कि वर्ष 2009 में प्रदेश को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) उत्तराखंड मिला था, लेकिन सरकारों की नाकामी के चलते करीब दस वर्ष बाद भी एनआईटी को स्थायी परिसर नहीं मिल पाया है। ज्ञापन देने वालों में मंच के सचिव भगवान सिंह टम्टा, मनोज रावत, सुदर्शन बिष्ट, एनएस नेगी, विनोद रावत, गौरव सागर, जीसी नैथानी व रोहित गुसाईं आदि शामिल थे।