नैनीताल। बरसात का सीजन शुरू होने के साथ ही नैनीताल के आसपास की पहाड़ियों से पत्थर, बोल्डर और भूस्खलन का खतरा शुरू हो गया है। इसके चलते सड़कों से आवाजाही करने वालों के लिए खतरा बढ़ गया है।
शनिवार रात को बारिश के दौरान नैनीताल-कालाढूंगी सड़क में घटगढ़ के पास कई जगह पत्थर गिरने शुरू हो गए, जिसके चलते कई वाहन दुर्घटनाग्रस्त होते होते बचे। बीते साल कालाढूंगी रोड में ही कार के ऊपर पत्थर गिरने से पर्यटकों की मौत हुई थी। इन दिनों पर्यटक और स्थानीय लोग जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं।
लोनिवि के सहायक अभियंता जीएस जनौटी ने बताया कि बरसात के दौरान पहाड़ी से गिरते पत्थरों को देखते हुए विभाग की ओर से आपदा संभावित क्षेत्र में जेसीबी तैनात की गई है। वहीं आपदा संभावित स्थानों पर साइन बोड लगाकर राहगीरों को सावधान करने का प्रयास किया जा रहा है। बताया कि ज्यादा बारिश के दौरान आपदा संभावित क्षेत्रों में टीम तैनात की जा रही है जो पत्थर गिरने के दौरान वाहनों को रोकने व आगे भेजने का काम कर रही है।
नैनीताल। बरसात का सीजन शुरू होने के साथ ही नैनीताल के आसपास की पहाड़ियों से पत्थर, बोल्डर और भूस्खलन का खतरा शुरू हो गया है। इसके चलते सड़कों से आवाजाही करने वालों के लिए खतरा बढ़ गया है।
शनिवार रात को बारिश के दौरान नैनीताल-कालाढूंगी सड़क में घटगढ़ के पास कई जगह पत्थर गिरने शुरू हो गए, जिसके चलते कई वाहन दुर्घटनाग्रस्त होते होते बचे। बीते साल कालाढूंगी रोड में ही कार के ऊपर पत्थर गिरने से पर्यटकों की मौत हुई थी। इन दिनों पर्यटक और स्थानीय लोग जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं।
लोनिवि के सहायक अभियंता जीएस जनौटी ने बताया कि बरसात के दौरान पहाड़ी से गिरते पत्थरों को देखते हुए विभाग की ओर से आपदा संभावित क्षेत्र में जेसीबी तैनात की गई है। वहीं आपदा संभावित स्थानों पर साइन बोड लगाकर राहगीरों को सावधान करने का प्रयास किया जा रहा है। बताया कि ज्यादा बारिश के दौरान आपदा संभावित क्षेत्रों में टीम तैनात की जा रही है जो पत्थर गिरने के दौरान वाहनों को रोकने व आगे भेजने का काम कर रही है।