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भीमताल। लगभग दस किलोमीटर दूर जंगलियागांव के तोक खोप्टा में बुधवार दोपहर जंगल में बकरियां चराने गई महिला पर गुलदार ने हमला कर दिया, जिससे महिला मामूली रूप से घायल हो गई। उसे सीएचसी लाया गया, जहां से प्राथमिक इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी गई।
जानकारी के मुताबिक खोप्टा तोक निवासी हेमा देवी (38) पत्नी प्रताप सिंह बुधवार दोपहर घर के पास जंगल में बकरियां चराने गई हुई थी। इस बीच झाड़ियों से निकले गुलदार ने हेमा देवी की एक बकरी पर झपट्टा मार दिया। यह देख हेमा देवी ने चीख पुकार मचाते हुए बकरी को छुड़ाने का प्रयास किया तभी गुलदार हेमा देवी पर झपट पड़ा। हेमा देवी के गले और पीठ में पंजों के निशान लग गए। इससे पहले कि हेमा देवी खुद को गुलदार के बचाती गुलदार बकरी को लेकर झाड़ियों में भाग गया।
गुलदार के हमले की सूचना मिलते ही आसपास के कई लोग मौके पर पहुंचे। सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम कुल्याल और पद्म सिंह कुल्याल ने बताया कि घायल महिला को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से प्राथमिक इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी गई।
उन्होंने बताया घटना के बाद से गांव में दहशत है। उन्होंने वन विभाग से गुलदार को मारने के लिए अनुभवी शिकारियों को तैनात कराने की मांग की है। बता दें कि इससे पहले भी गुलदार दो महिलाओं को मौत के घाट उतार चुका है और एक महिला समेत दो बच्चों पर हमला कर उन्हें घायल कर चुका है।
भीमताल। लगभग दस किलोमीटर दूर जंगलियागांव के तोक खोप्टा में बुधवार दोपहर जंगल में बकरियां चराने गई महिला पर गुलदार ने हमला कर दिया, जिससे महिला मामूली रूप से घायल हो गई। उसे सीएचसी लाया गया, जहां से प्राथमिक इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी गई।
जानकारी के मुताबिक खोप्टा तोक निवासी हेमा देवी (38) पत्नी प्रताप सिंह बुधवार दोपहर घर के पास जंगल में बकरियां चराने गई हुई थी। इस बीच झाड़ियों से निकले गुलदार ने हेमा देवी की एक बकरी पर झपट्टा मार दिया। यह देख हेमा देवी ने चीख पुकार मचाते हुए बकरी को छुड़ाने का प्रयास किया तभी गुलदार हेमा देवी पर झपट पड़ा। हेमा देवी के गले और पीठ में पंजों के निशान लग गए। इससे पहले कि हेमा देवी खुद को गुलदार के बचाती गुलदार बकरी को लेकर झाड़ियों में भाग गया।
गुलदार के हमले की सूचना मिलते ही आसपास के कई लोग मौके पर पहुंचे। सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम कुल्याल और पद्म सिंह कुल्याल ने बताया कि घायल महिला को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से प्राथमिक इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी गई।
उन्होंने बताया घटना के बाद से गांव में दहशत है। उन्होंने वन विभाग से गुलदार को मारने के लिए अनुभवी शिकारियों को तैनात कराने की मांग की है। बता दें कि इससे पहले भी गुलदार दो महिलाओं को मौत के घाट उतार चुका है और एक महिला समेत दो बच्चों पर हमला कर उन्हें घायल कर चुका है।