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हल्द्वानी। स्कूल से मिली आयरन की गोली खाने से लमगड़ा ब्लाक में एक बच्चे की हालत बिगड़ गई। बच्चे के परिजनों का आरोप है कि स्कूल से मिली दवा एक्सपायरी डेट की थी, इस वजह से रिएक्शन हुआ। बच्चे को कृष्णा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
लमगड़ा के नाथडोला निवासी मदन मेलकानी का बेटा दीपक जीआईसी गंगागीरी में 12वीं का छात्र है। दीपक के फूफा देवकीनंदन बहुगुणा ने बताया कि कुछ दिन पहले दीपक स्कूल से आयरन आदि की गोली लाया था। रात में गोली खाने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई और शरीर पर जगह-जगह चकते के निशान पड़ गए। इसके बाद उसे हल्द्वानी कृष्णा अस्पताल लाया गया। दीपक को बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया है। उसका इलाज कर रहे डा. अमित सुयाल ने बताया कि यह बीमारी किन कारणों से हुई है। इस बारे में कुछ ठीक-ठीक नहीं कहा जा सकता। यह दवा या किसी भी अन्य रिएक्शन से हो सकती है। इस बीमारी में शरीर की त्वचा की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।
हल्द्वानी। स्कूल से मिली आयरन की गोली खाने से लमगड़ा ब्लाक में एक बच्चे की हालत बिगड़ गई। बच्चे के परिजनों का आरोप है कि स्कूल से मिली दवा एक्सपायरी डेट की थी, इस वजह से रिएक्शन हुआ। बच्चे को कृष्णा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
लमगड़ा के नाथडोला निवासी मदन मेलकानी का बेटा दीपक जीआईसी गंगागीरी में 12वीं का छात्र है। दीपक के फूफा देवकीनंदन बहुगुणा ने बताया कि कुछ दिन पहले दीपक स्कूल से आयरन आदि की गोली लाया था। रात में गोली खाने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई और शरीर पर जगह-जगह चकते के निशान पड़ गए। इसके बाद उसे हल्द्वानी कृष्णा अस्पताल लाया गया। दीपक को बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया है। उसका इलाज कर रहे डा. अमित सुयाल ने बताया कि यह बीमारी किन कारणों से हुई है। इस बारे में कुछ ठीक-ठीक नहीं कहा जा सकता। यह दवा या किसी भी अन्य रिएक्शन से हो सकती है। इस बीमारी में शरीर की त्वचा की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।