धानाचूली। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एससी पंत ने कहा है कि ओखलकांडा में स्थित सीएचसी में औचक निरीक्षण के दौरान विधायक दान सिंह भंडारी को ड्यूटी से नदारत मिले दोनों डाक्टरों का जवाबतलब करते हुए उनके वेतन रोकने की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने उप मुख्य चिकित्साधिकारी से इस संबंध में विस्तृत जानकारी देने को कहा है।
विधायक दान सिंह भंडारी ने शुक्रवार को ओखलकांडा का भ्रमण किया था, ग्रामीणों की शिकायत पर जब विधायक ने वहां स्थित सीएचसी का औचक निरीक्षण किया तो अस्पताल में तैनात प्रभारी चिकित्साधिकारी जगदीश चंद्र जोशी व डा. जगदीप परपटिया दोनों ही ड्यूटी से नदारत मिले थे। विधायक ने इसे गंभीरता से लेते हुए सीएमओ डा. एससी पंत से मामले की शिकायत की थी। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक डा. जोशी की मूल तैनाती सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवाली में है और पिछले ढाई-तीन साल से उन्हें ओखलकांडा स्थित सीएचसी में संबद्ध किया गया है। ओखलकांडा के ग्रामीणों का आरोप है कि डा. जोशी यदा कदा ही अस्पताल में पहुंचते हैं। प्रभारी चिकित्साधिकारी के अस्पताल न पहुंचने के कारण अस्पताल में अव्यवस्थाएं चरम पर हैं जिस कारण मरीजों को भारी फजीहत का सामना करना पड़ता है। सीएमओ डा. एससी पंत का कहना है कि चिकित्सकों की छुट्टी को स्वीकृत करने का अधिकार उप मुख्य चिकित्साधिकारी के पास होता है। उन्होंने बताया कि उप मुख्य चिकित्साधिकारी से मामले की जानकारी मांगी गई है। उन्होंने कहा कि बगैर अवकाश स्वीकृत कराए अस्पताल से नदारत रहने के मामले में दोनों डाक्टरों का जवाब तलब कर उनका वेतन रोका जाएगा।
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धानाचूली। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एससी पंत ने कहा है कि ओखलकांडा में स्थित सीएचसी में औचक निरीक्षण के दौरान विधायक दान सिंह भंडारी को ड्यूटी से नदारत मिले दोनों डाक्टरों का जवाबतलब करते हुए उनके वेतन रोकने की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने उप मुख्य चिकित्साधिकारी से इस संबंध में विस्तृत जानकारी देने को कहा है।
विधायक दान सिंह भंडारी ने शुक्रवार को ओखलकांडा का भ्रमण किया था, ग्रामीणों की शिकायत पर जब विधायक ने वहां स्थित सीएचसी का औचक निरीक्षण किया तो अस्पताल में तैनात प्रभारी चिकित्साधिकारी जगदीश चंद्र जोशी व डा. जगदीप परपटिया दोनों ही ड्यूटी से नदारत मिले थे। विधायक ने इसे गंभीरता से लेते हुए सीएमओ डा. एससी पंत से मामले की शिकायत की थी। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक डा. जोशी की मूल तैनाती सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवाली में है और पिछले ढाई-तीन साल से उन्हें ओखलकांडा स्थित सीएचसी में संबद्ध किया गया है। ओखलकांडा के ग्रामीणों का आरोप है कि डा. जोशी यदा कदा ही अस्पताल में पहुंचते हैं। प्रभारी चिकित्साधिकारी के अस्पताल न पहुंचने के कारण अस्पताल में अव्यवस्थाएं चरम पर हैं जिस कारण मरीजों को भारी फजीहत का सामना करना पड़ता है। सीएमओ डा. एससी पंत का कहना है कि चिकित्सकों की छुट्टी को स्वीकृत करने का अधिकार उप मुख्य चिकित्साधिकारी के पास होता है। उन्होंने बताया कि उप मुख्य चिकित्साधिकारी से मामले की जानकारी मांगी गई है। उन्होंने कहा कि बगैर अवकाश स्वीकृत कराए अस्पताल से नदारत रहने के मामले में दोनों डाक्टरों का जवाब तलब कर उनका वेतन रोका जाएगा।
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