हल्द्वानी। मटरगली यानि शहर की सबसे सिकुड़ी और प्रसिद्ध जगह। इसी के ठीक बगल में कांग्रेस का दफ्तर है तो साथ में आस्था का केंद्र श्रीराम का मंदिर भी। वही मंदिर जहां हर वक्त आध्यात्म की सुगंध बिखरी रहती है, लेकिन पिछले तीन दिन से घरों से निकलने वाले मल तथा गंदगी ने सीवर को चोक कर रखा है और इस धार्मिक स्थल पर सीवर की दुर्गंध भारी पड़ी है। पूरा एरिया बदबू से बजबजा रहा है। हाल यह हैं कि इस दुर्गंध का असर श्रद्धालुओं की भीड़ पर भी पड़ा है।
स्वराज आश्रम, धर्मशाला होते हुए आ रही सीवर लाइन बीच में चोक है और सारी गंदगी सीवर के ढक्कन से रिसते हुए मंदिर के इर्द-गिर्द फैल रही है। इस गंदगी की बदबू इतनी भयानक है कि लोग आसपास फटक तक नहीं रहे। मंदिर के संचालक विवेक चंद्र शर्मा ने बताया कि अक्सर इस एरिया में सीवर चोक होने की समस्या रहती है। सफाई मशीन आ भी जाए, तब भी सीवर की गंदगी सही तरीके से साफ नहीं हो पाती।
उन्होंने बताया कि पिछले तीन दिन से 24 घंटे मंदिर का वातावरण दूषित है। जलसंस्थान के साथ ही नगर निगम के अधिकारियों को इस समस्या की जानकारी दी जा चुकी है, पर अब तक कोई समाधान निकला है। रामलीला मैदान के गेट तक सीवर की गंदगी का भराव हो गया है। उनका कहना है कि आस्था को नजरंदाज कर जिम्मेदार विभागों ने मंदिर को गंदगी में रहने के लिए छोड़ा है। अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो मंदिर समिति श्रद्धालुओं को लेकर अधिकारियों का घेराव करेगी।
हल्द्वानी। मटरगली यानि शहर की सबसे सिकुड़ी और प्रसिद्ध जगह। इसी के ठीक बगल में कांग्रेस का दफ्तर है तो साथ में आस्था का केंद्र श्रीराम का मंदिर भी। वही मंदिर जहां हर वक्त आध्यात्म की सुगंध बिखरी रहती है, लेकिन पिछले तीन दिन से घरों से निकलने वाले मल तथा गंदगी ने सीवर को चोक कर रखा है और इस धार्मिक स्थल पर सीवर की दुर्गंध भारी पड़ी है। पूरा एरिया बदबू से बजबजा रहा है। हाल यह हैं कि इस दुर्गंध का असर श्रद्धालुओं की भीड़ पर भी पड़ा है।
स्वराज आश्रम, धर्मशाला होते हुए आ रही सीवर लाइन बीच में चोक है और सारी गंदगी सीवर के ढक्कन से रिसते हुए मंदिर के इर्द-गिर्द फैल रही है। इस गंदगी की बदबू इतनी भयानक है कि लोग आसपास फटक तक नहीं रहे। मंदिर के संचालक विवेक चंद्र शर्मा ने बताया कि अक्सर इस एरिया में सीवर चोक होने की समस्या रहती है। सफाई मशीन आ भी जाए, तब भी सीवर की गंदगी सही तरीके से साफ नहीं हो पाती।
उन्होंने बताया कि पिछले तीन दिन से 24 घंटे मंदिर का वातावरण दूषित है। जलसंस्थान के साथ ही नगर निगम के अधिकारियों को इस समस्या की जानकारी दी जा चुकी है, पर अब तक कोई समाधान निकला है। रामलीला मैदान के गेट तक सीवर की गंदगी का भराव हो गया है। उनका कहना है कि आस्था को नजरंदाज कर जिम्मेदार विभागों ने मंदिर को गंदगी में रहने के लिए छोड़ा है। अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो मंदिर समिति श्रद्धालुओं को लेकर अधिकारियों का घेराव करेगी।