भीमताल। नौकुचियाताल झील का जल स्तर गिरने से कमलताल तक झील का पानी नहीं पहुंच रहा है। इससे कमलताल में सिंचाई सुविधा के लिए लगाया गया पंप शो पीस बन गया है और आधा दर्जन से अधिक गांवों में सिंचाई का संकट पैदा हो गया है। सिंचाई के लिए पानी न मिलने के काश्तकारों के खेतों में लगाई गई फसलें सूखने लगी हैं। इससे क्षेत्र के काश्तकार खासे परेशान हैं।
बताते चलें कि नौकुचियाताल स्थित मुख्य झील से ही कमलताल में पानी की निकासी होती है। लेकिन गर्मी बढ़ने के साथ ही नौकुचियाताल झील का जल स्तर लगातार घट रहा है नतीजा यह है कि इससे कमलताल में पानी की निकासी नहीं हो पा रही है और कमलताल का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह से सूख गया है।
इसी कमलताल में नलकूप खंड रामनगर द्वारा लगाए गए पंप हाउस से विकास खंड के थपलिया मेहरागांव, बोहरागांव, चनौती, शिलौटी आदि गांवों में सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति की जाती है। वहीं दूसरी ओर कमलताल के स्कैब गेटों से खैरोला और शिलौटी क्षेत्र में सिंचाई का पानी मिलता है। कमलताल के सूखने के कारण सिंचाई के लिए लगाया गया पंप काम नहीं कर रहा है जिससे उक्त गांवों में सिंचाई का संकट पैदा हो गया है।
क्षेत्र के निवासी रविंद्र कर्नाटक और पूर्व प्रधान विशन पोखरिया ने बताया कि सिंचाई सुविधा उपलब्ध न होने के कारण काश्तकारों द्वारा लगाई गई सब्जियां सूखने लगी हैं। इससे काश्तकार परेशान हैं। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से नौकुचियाताल झील से कमलताल को पानी की निकासी कराने की मांग की है ताकि गांवों में सिंचाई के लिए पानी मिल सके।