हल्द्वानी। पानी के गहराते संकट ने हीरानगर उप कारागार में भी कैदियों का हलक सुखा दिया है। पानी की दिक्कत से जेल प्रशासन 15 दिनों से परेशान है। रोजाना हजारों रुपये का पानी खरीदकर 600 अंडर ट्रायल बंदी और कैदियों को पिलाया जा रहा है। क्योंकि लो वोल्टेज से नलकूप भी भूमि से पानी नहीं खींच पा रहा है। लो वोल्टेज आने से पंखे चल नहीं रहे और कैदियोेें को भीषण गर्मी में बैरकों मेें रहना पड़ रहा है।
पानी के संकट से शहर में त्राहि त्राहि मची है। प्रशासन कोई विकल्प नहीं खोज पा रहा है। हीरानगर की उप कारागार में भी पानी का संकट इतना गहरा गया कि कैदियों और बंदियों को नहाने के लिए तो दूर पानी के लिए ठीक से नहीं मिल रहा है। एक कैदी के लिए रोजाना 50 लीटर पानी की जरूरत है। जबकि वर्तमान में जेल में अंडर ट्रायल बंदी और कैदी मिलाकर कुल 600 हैं। सही इलाज के लिए तो बंदी, कैदी महीनों से तरस रहे हैं मगर अब पानी के लिए भी परेशान हैं। जेलर टीडी जोशी ने बताया कि 15 दिनों से पानी का संकट बढ़ गया है। बीच में सिफारिश से जल संस्थान दो तीन टैंकर पानी पहुंचा जाता था, मगर अब जेल प्रशासन को एक टैंकर पानी का छह सौ रुपये चुकाना पड़ रहा है। बंदी, कैदियों को रोजाना चार टैंकर पानी खरीदकर पिला रहे हैं।