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रुड़की। क्षेत्र पंचायत की बैठक हंगामे के बीच शुरू हुई। कई क्षेत्र पंचायत सदस्याें ने बैठक का एजेंडा देरी से मिलने और विकास कार्यों में पक्षपात का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। हंगामा कर रहे क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने बैठक का बहिष्कार किया। हालांकि हंगामे के बाद हुई बैठक में जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों के सामने अपने मुद्दे उठाए। जिनका समाधान का आश्वासन अधिकारियों ने दिया।
सोमवार को शुरू हुई क्षेत्र पंचायत की बैठक में तांशीपुर के बीडीसी सदस्य रविंद्र त्यागी और शांतरशाह के बीडीसी सदस्य संजय ने विकास कार्यों में पक्षपात किए जाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। रविंद्र त्यागी का आरोप था कि उनके क्षेत्र में पिछले दो वर्षों से एक भी विकास कार्य नहीं किया गया है। जबकि उनके द्वारा सड़क, पेयजल आदि समस्याओं के समाधान के लिए कई प्रस्ताव ब्लाक को दिए जा चुके हैं। दोनों सदस्यों ने बैठक के एजेंडा रविवार की देर शाम मिला है, जबकि एजेंडा कम से कम दस दिन पूर्व मिल जाना चाहिए था। हंगामे के बाद बीडीसी सदस्य बैठक का बहिष्कार कर सभागार से बाहर निकल आए।
हंगामे के बाद शुरू हुई बैठक में सड़क, पानी, बिजली, राशन कार्ड का मुद्दे छाए रहे। जनप्रतिनिधियों ने प्रमुख रूप से राशन कार्ड बनाए जाने, सड़कों और हैंडपंपों की मरम्मत की मांग की। बैठक की अध्यक्षता ब्लाक प्रमुख कपिल कुमार और संचालन क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी रमेशचंद ने की। इस मौके पर जिला विकास अधिकारी एसएस शर्मा, जिला उद्यान अधिकारी संजय श्रीवास्तव, बीडीओ आनंद सिंह सुखवीर चौहान, संदीप नेगी, एसके शर्मा, सुधीर सैनी आदि मौजूद रहे।
सुपरवाइजर के साथ नोकझाेंक
रुड़की। बीडीसी की बैठक में जब आंगनबाड़ी सुपरवाइजर गीता शर्मा पंचायत प्रतिनिधियों को बाल विकास की योजनाओं की जानकारी नहीं दे रही थी, तो इसी दौरान कुछ प्रधानों और बीडीसी सदस्यों ने गांव के आंगनबाड़ी नहीं खुलने की शिकायत की। इस पर सुपरवाइजर ने संबंधित केंद्र के गांव का नाम पूछा, तो प्रतिनिधियों ने सुपरवाइजर को जानकारी दे दी, लेकिन इस पर सुपरवाइजर जनप्रतिनिधियों को संतुष्ट नहीं कर पाई। इस पर जनप्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि सुपरवाइजर निरीक्षण करती ही नहीं है। बात बढ़ने पर सुपरवाइजर भड़क गई और जनप्रतिनिधियों एवं सुपरवाइजर के बीच नोकझोंक होने लगी।
इन विभागों के अधिकारी नहीं रहे मौजूद
कृषि, कृषि रक्षा, सहकारिता, नलकूप सिंचाई, विद्युत, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, पेयजल विभागों से कोई अधिकारी मौजूद नहीं रहा।
गलत राष्ट्रगान का मुद्दा भी उठा
गणतंत्र दिवस के मौके पर सालियर के राजकीय विद्यालय में राष्ट्रगान गीत को गलत गाए जाने का मुद्दा भी एक जनप्रतिनिधि ने उठाया। शिक्षा विभाग से पहुंचे बीआरसी समन्वयक सुधीर कुमार को बताया कि विद्यालय में अध्यापकों द्वारा ही गलत राष्ट्रगान गाया जा रहा था, इसका एहसास जनप्रतिनिधियों ने संबंधित शिक्षक को कराया। उक्त जनप्रतिनिधि ने स्कूल में समय पर नहीं आने वाली अध्यापिका के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग उठाई।
चार्ज सीडीओ के पास ही रहने की मांग
बीडीसी बैठक में जनप्रतिनिधियों ने जिला सहायक निबंधक उमराव सिंह सैनी को विजिलेंस द्वारा रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े जाने मुद्दा भी छाया रहा, जनप्रतिनिधियों ने किसानों की समस्याओं को देखते हुए रिक्त हुए जिला सहायक निबंधक का चार्ज तब तक सीडीओ के पास रहने की मांग, जब तक शासन की ओर से किसी अन्य की नियुक्ति ना हो जाए।
रुड़की। क्षेत्र पंचायत की बैठक हंगामे के बीच शुरू हुई। कई क्षेत्र पंचायत सदस्याें ने बैठक का एजेंडा देरी से मिलने और विकास कार्यों में पक्षपात का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। हंगामा कर रहे क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने बैठक का बहिष्कार किया। हालांकि हंगामे के बाद हुई बैठक में जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों के सामने अपने मुद्दे उठाए। जिनका समाधान का आश्वासन अधिकारियों ने दिया।
सोमवार को शुरू हुई क्षेत्र पंचायत की बैठक में तांशीपुर के बीडीसी सदस्य रविंद्र त्यागी और शांतरशाह के बीडीसी सदस्य संजय ने विकास कार्यों में पक्षपात किए जाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। रविंद्र त्यागी का आरोप था कि उनके क्षेत्र में पिछले दो वर्षों से एक भी विकास कार्य नहीं किया गया है। जबकि उनके द्वारा सड़क, पेयजल आदि समस्याओं के समाधान के लिए कई प्रस्ताव ब्लाक को दिए जा चुके हैं। दोनों सदस्यों ने बैठक के एजेंडा रविवार की देर शाम मिला है, जबकि एजेंडा कम से कम दस दिन पूर्व मिल जाना चाहिए था। हंगामे के बाद बीडीसी सदस्य बैठक का बहिष्कार कर सभागार से बाहर निकल आए।
हंगामे के बाद शुरू हुई बैठक में सड़क, पानी, बिजली, राशन कार्ड का मुद्दे छाए रहे। जनप्रतिनिधियों ने प्रमुख रूप से राशन कार्ड बनाए जाने, सड़कों और हैंडपंपों की मरम्मत की मांग की। बैठक की अध्यक्षता ब्लाक प्रमुख कपिल कुमार और संचालन क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी रमेशचंद ने की। इस मौके पर जिला विकास अधिकारी एसएस शर्मा, जिला उद्यान अधिकारी संजय श्रीवास्तव, बीडीओ आनंद सिंह सुखवीर चौहान, संदीप नेगी, एसके शर्मा, सुधीर सैनी आदि मौजूद रहे।
सुपरवाइजर के साथ नोकझाेंक
रुड़की। बीडीसी की बैठक में जब आंगनबाड़ी सुपरवाइजर गीता शर्मा पंचायत प्रतिनिधियों को बाल विकास की योजनाओं की जानकारी नहीं दे रही थी, तो इसी दौरान कुछ प्रधानों और बीडीसी सदस्यों ने गांव के आंगनबाड़ी नहीं खुलने की शिकायत की। इस पर सुपरवाइजर ने संबंधित केंद्र के गांव का नाम पूछा, तो प्रतिनिधियों ने सुपरवाइजर को जानकारी दे दी, लेकिन इस पर सुपरवाइजर जनप्रतिनिधियों को संतुष्ट नहीं कर पाई। इस पर जनप्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि सुपरवाइजर निरीक्षण करती ही नहीं है। बात बढ़ने पर सुपरवाइजर भड़क गई और जनप्रतिनिधियों एवं सुपरवाइजर के बीच नोकझोंक होने लगी।
इन विभागों के अधिकारी नहीं रहे मौजूद
कृषि, कृषि रक्षा, सहकारिता, नलकूप सिंचाई, विद्युत, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, पेयजल विभागों से कोई अधिकारी मौजूद नहीं रहा।
गलत राष्ट्रगान का मुद्दा भी उठा
गणतंत्र दिवस के मौके पर सालियर के राजकीय विद्यालय में राष्ट्रगान गीत को गलत गाए जाने का मुद्दा भी एक जनप्रतिनिधि ने उठाया। शिक्षा विभाग से पहुंचे बीआरसी समन्वयक सुधीर कुमार को बताया कि विद्यालय में अध्यापकों द्वारा ही गलत राष्ट्रगान गाया जा रहा था, इसका एहसास जनप्रतिनिधियों ने संबंधित शिक्षक को कराया। उक्त जनप्रतिनिधि ने स्कूल में समय पर नहीं आने वाली अध्यापिका के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग उठाई।
चार्ज सीडीओ के पास ही रहने की मांग
बीडीसी बैठक में जनप्रतिनिधियों ने जिला सहायक निबंधक उमराव सिंह सैनी को विजिलेंस द्वारा रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े जाने मुद्दा भी छाया रहा, जनप्रतिनिधियों ने किसानों की समस्याओं को देखते हुए रिक्त हुए जिला सहायक निबंधक का चार्ज तब तक सीडीओ के पास रहने की मांग, जब तक शासन की ओर से किसी अन्य की नियुक्ति ना हो जाए।