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हरिद्वार। लगता है 23 जनवरी को ट्रेन से कटकर दो गैंगमैनों की मौत के बाद भी रेल प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया है। यदि ऐसा नहीं होता तो 25 जनवरी को उसी ट्रैक पर ट्रेन न दौड़ाई जाती जिस पर दस गैंगमैन कार्य कर रहे थे। तेज गति से अपनी ओर आती ट्रेन को देखकर दो गैंगमैनों ने लाल झंडी दिखाई, जिसके बाद ट्रेन चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। इसके बाद गैंगमैन ट्रैक से हटे तब रेल को आगे रवाना किया गया। इस तरह दस गैंगमैनों की जिंदगी काल के गाल में जाते-जाते बची। घटना के बाद मामले की जांच की जा रही है।
जानकारी के अनुसार 25 जनवरी को लक्सर-डोसनी रेलवे स्टेशन के बीच करीब दस गैंगमैन ट्रैक नंबर तीन पर काम करने के लिए दोपहर 2.40 से 3.20 बजे तक का ब्लाक लिया था। उनका काम पूरा भी नहीं हुआ था कि उसी ट्रैक पर हरिद्वार की तरफ को लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस आती दिखी। ट्रेन आती देख ट्रैक पर काम कर रहे रेल कर्मियों में हड़कंप मच गया। इसी बीच ट्रेन के नजदीक वाले दो गैंगमैन लाल झंडी दिखाकर ट्रेन को रुकने का इशारा करने लगे। ट्रेन चालक ने सूझबूझ का परिचय देते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया।
इस दौरान गैंगमैन ने ट्रैक क्लीयर किया। गैंगमैनों के ट्रैक से हटने के बाद ट्रेन रवाना की गई। मामले में डोसनी रेलवे स्टेशन अधीक्षक की लापरवाही की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है ब्लाक के बावजूद ट्रैक तीन पर ट्रेन जाने दी गई। जबकि गैंगमैनों की ओर से ट्रैक क्लीयर होने का संदेश नहीं दिया गया था। डिवीजन ऑपरेटिंग मैनेजर मुरादाबाद मंडल वृजेश धरमानी ने घटना की पुष्टि की है। उनका कहना है कि मामले की जांच चल रही है। डोसनी स्टेशन मास्टर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा रही है।
हरिद्वार। लगता है 23 जनवरी को ट्रेन से कटकर दो गैंगमैनों की मौत के बाद भी रेल प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया है। यदि ऐसा नहीं होता तो 25 जनवरी को उसी ट्रैक पर ट्रेन न दौड़ाई जाती जिस पर दस गैंगमैन कार्य कर रहे थे। तेज गति से अपनी ओर आती ट्रेन को देखकर दो गैंगमैनों ने लाल झंडी दिखाई, जिसके बाद ट्रेन चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। इसके बाद गैंगमैन ट्रैक से हटे तब रेल को आगे रवाना किया गया। इस तरह दस गैंगमैनों की जिंदगी काल के गाल में जाते-जाते बची। घटना के बाद मामले की जांच की जा रही है।
जानकारी के अनुसार 25 जनवरी को लक्सर-डोसनी रेलवे स्टेशन के बीच करीब दस गैंगमैन ट्रैक नंबर तीन पर काम करने के लिए दोपहर 2.40 से 3.20 बजे तक का ब्लाक लिया था। उनका काम पूरा भी नहीं हुआ था कि उसी ट्रैक पर हरिद्वार की तरफ को लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस आती दिखी। ट्रेन आती देख ट्रैक पर काम कर रहे रेल कर्मियों में हड़कंप मच गया। इसी बीच ट्रेन के नजदीक वाले दो गैंगमैन लाल झंडी दिखाकर ट्रेन को रुकने का इशारा करने लगे। ट्रेन चालक ने सूझबूझ का परिचय देते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया।
इस दौरान गैंगमैन ने ट्रैक क्लीयर किया। गैंगमैनों के ट्रैक से हटने के बाद ट्रेन रवाना की गई। मामले में डोसनी रेलवे स्टेशन अधीक्षक की लापरवाही की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है ब्लाक के बावजूद ट्रैक तीन पर ट्रेन जाने दी गई। जबकि गैंगमैनों की ओर से ट्रैक क्लीयर होने का संदेश नहीं दिया गया था। डिवीजन ऑपरेटिंग मैनेजर मुरादाबाद मंडल वृजेश धरमानी ने घटना की पुष्टि की है। उनका कहना है कि मामले की जांच चल रही है। डोसनी स्टेशन मास्टर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा रही है।