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तीन दिन में बने 2140 प्रमाण पत्र
Haridwar
Updated Mon, 13 Aug 2012 12:00 PM IST
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हरिद्वार। तहसील में तीन दिन की छुट्टियों के बीच 2140 प्रमाण पत्र बनाए गए। छह अगस्त तक आवेदन करने वाले आवेदनकर्ताओं के प्रमाण पत्र तैयार हो चुके हैं। सोमवार (आज) से इनके वितरण का काम शुरू होगा। इसके लिए तहसील में तीन अलग-अलग काउंटर लगाए जा रहे हैं। ज्यादातर काम निपटने से स्थाई निवास, जाति और आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए तहसील के जनाधार केंद्र में मची मारामारी अब कुछ दिन थमने की उम्मीद है।
दिसंबर से मई तक लेखपालों के कार्य बहिष्कार, कांवड़ मेला और अन्य छुट्टियों के चलते तहसील में प्रमाण पत्रों का काम ठप पड़ा था। इससे लोगों के काम अटके पडे़ थे, जबकि कइयों को भारी नुकसान भी उठाने पड़े। प्रमाण पत्र बनने शुरू हुए तो तहसील में आवेदकों की भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गई। सेवा के अधिकार के तहत 15 दिनों के अंदर तहसील से प्रमाण पत्र बन जाना चाहिए, लेकिन लोगों को एक महीने तक चक्कर काटने के बाद भी सर्टिफिकेट नहीं मिल पा रहे थे। जिसके बाद डीएम की ओर से तहसील अधिकारियों और कर्मचारियाें को जन्माष्टमी, सेकेंड शनिवार और रविवार की छुट्टियों निरस्त कर लंबित पड़े प्रमाण पत्रों का काम निपटाने के निर्देश दिए थे। इसका असर भी दिखा। पिछले तीन दिनों में 2140 स्थाई, जाति और आय प्रमाण तैयार किए गए हैं। तहसीलदार ऋषिपाल सिंह चौहान ने बताया कि जिन लोगाें ने छह अगस्त तक आवेदन तहसील में जमा करवा दिए थे, उनके प्रमाण पत्र तैयार हो चुके हैं। बताया कि जनाधार सेवा केंद्र से अलग तहसीलदार न्यायालय में तीन काउंटर लगाकर सोमवार को प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे। स्थाई, आय और जाति प्रमाण पत्र अलग-अलग काउंटरोेेें से दिए जाएंगे।
हरिद्वार। तहसील में तीन दिन की छुट्टियों के बीच 2140 प्रमाण पत्र बनाए गए। छह अगस्त तक आवेदन करने वाले आवेदनकर्ताओं के प्रमाण पत्र तैयार हो चुके हैं। सोमवार (आज) से इनके वितरण का काम शुरू होगा। इसके लिए तहसील में तीन अलग-अलग काउंटर लगाए जा रहे हैं। ज्यादातर काम निपटने से स्थाई निवास, जाति और आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए तहसील के जनाधार केंद्र में मची मारामारी अब कुछ दिन थमने की उम्मीद है।
दिसंबर से मई तक लेखपालों के कार्य बहिष्कार, कांवड़ मेला और अन्य छुट्टियों के चलते तहसील में प्रमाण पत्रों का काम ठप पड़ा था। इससे लोगों के काम अटके पडे़ थे, जबकि कइयों को भारी नुकसान भी उठाने पड़े। प्रमाण पत्र बनने शुरू हुए तो तहसील में आवेदकों की भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गई। सेवा के अधिकार के तहत 15 दिनों के अंदर तहसील से प्रमाण पत्र बन जाना चाहिए, लेकिन लोगों को एक महीने तक चक्कर काटने के बाद भी सर्टिफिकेट नहीं मिल पा रहे थे। जिसके बाद डीएम की ओर से तहसील अधिकारियों और कर्मचारियाें को जन्माष्टमी, सेकेंड शनिवार और रविवार की छुट्टियों निरस्त कर लंबित पड़े प्रमाण पत्रों का काम निपटाने के निर्देश दिए थे। इसका असर भी दिखा। पिछले तीन दिनों में 2140 स्थाई, जाति और आय प्रमाण तैयार किए गए हैं। तहसीलदार ऋषिपाल सिंह चौहान ने बताया कि जिन लोगाें ने छह अगस्त तक आवेदन तहसील में जमा करवा दिए थे, उनके प्रमाण पत्र तैयार हो चुके हैं। बताया कि जनाधार सेवा केंद्र से अलग तहसीलदार न्यायालय में तीन काउंटर लगाकर सोमवार को प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे। स्थाई, आय और जाति प्रमाण पत्र अलग-अलग काउंटरोेेें से दिए जाएंगे।